रव के पर्यायवाची शब्द
-
अमरलोक
इंद्रपुरी, देवलोक, स्वर्ग, हिंदुओं के अनुसार सात लोकों में से वह जिसमें पुण्य और सत्कर्म करने वालों की आत्माएँ जाकर निवास करती हैं
-
अमरावती
देवताओं की पुरी, इंद्रपुरी, सुरपुरी
-
अव्यय
जिसमें किसी प्रकार का विकार न हो, जो विकार को प्राप्त न हो, सदा एकरस रहने वाला, अक्षय
- अवरोह
-
आरव
शब्द, आवाज़, वह जो सुनाई दे
- आवाज़
-
ऊर्ध्वलोक
धरती के ऊपर स्थित लोक
-
ऋभुक्ष
इंद्र
-
कृंतन
काटने की क्रिया या भाव, कर्त्तन, कतरना, खंड़-खंड़ करना, टुकड़े-टुकड़े करना
-
क्रंदन
असहाय स्थिति में होने वाला भाव-विह्वल विलाप, रुदन, रोना
-
कलध्वनि
मधुर ध्वनि, कोमल आवाज़, सुरीली आवाज़
-
कैलास
हिमालय की एक चोटी जो तिब्बत में राक्षसताल या रावणह्रद से उत्तर की ओर पचास मील की दूरी पर है और शिव तथा कुबेर का निवास स्थान मानी जाती है, एक प्रसिद्ध तीर्थ
- काकली
-
कालसूत्र
28 मुख्य नरकों में से एक नरक
- कोलाहल
-
गरज
बहुत गंभीर और तुमुल शब्द, जैसे—बादल की गरज, सिंह की गरज, वीरों की गरज आदि
-
गहरा
(पानी) जिसमें ज़मीन बहुत अंदर जाकर मिले, जिसकी थाह बहुत नीचे हो, निम्नगामी, अतलस्पर्श
-
गो
गाय, गऊ
-
गोपुर
नगर का द्वार, शहर का फाटक
-
गोलोक
विष्णु या कृष्ण का निवासस्थान
-
गोलोक
(पुराण) विष्णु का लोक
-
घनघनाहट
घन घन शब्द निकलने का भाव, घन् घन् की ध्वनि
-
घनघोर
घनघनाहट, भीषण ध्वनि
-
घननाद
बादलों की गरज
-
घोष
आभीरपल्ली, अहीरों की बस्ती
-
चहचहाहट
चहचहाने का भाव या स्थिति
-
चिन्ह
'चिह्न'
-
त्रिदशालय
स्वर्ग
-
त्रिदिव
स्वर्ग
-
त्रिविष्टप
स्वर्ग
-
तविष
स्वर्ग
-
द्युलोक
हिंदुओं के अनुसार सात लोकों में से वह जिसमें पुण्य और सत्कर्म करने वालों की आत्माएँ जाकर निवास करती हैं
-
द्यौ
दिवस, दिन
-
दुर्गत
दुर्दशाग्रस्त, जिसकी बुरी गति हुई हो, बुरी दशा या अवस्था
-
देवलोक
स्वर्ग, देवताओं का लोक, इंद्रलोक, तपस्वियों का निवास, स्वर्गलोक, एक कल्पित लोक
-
धुनि
देखिए : 'ध्वनि'
- ध्वजा
- ध्वनि
-
ध्वान
शब्द॰
-
धाम
महाभारत के अनुसार एक प्रकार के देवता
-
नाक
मुखमंडल की मांस- पोशियों और अस्थियों के उभार से बना हुआ लन के रूप का वह अवयव जिसके दोनों छेद मुखविवर और फुस्फुस से मिले रहते हैं और जिससे घ्राण का अनुभव और श्वास प्रश्वास का व्यापार होता है , सूँघने और साँस लेने की इंद्रिय , नासा , नासिका
-
नाद
कुछ समय तक बनी रहने वाली तेज ध्वनि, शब्द , वह जो सुनाई दे, ध्वनि , आवाज
-
नारक
नरक
-
निनाद
शब्द, आवाज
-
निर्घोष
शब्द, आवाज़
-
निरय
नरक, दोजख
-
निस्वान
दे॰ 'निश्वन'
-
पताका
लकड़ी आदि के डंडे के एक सिरे पर पहनाया हुआ तिकोना या चौकोना कपड़ा जिस पर कभी-कभी किसी राजा या संस्था का खास चिह्न या संकेत चित्रित रहता है, झंडा, झंड़ी, फरहरा, ध्वज
-
परमधाम
बैकुंठ, स्वर्गलोक
-
फलोदय
परिणाम या फल की उत्पत्ति, फल का प्रत्यक्ष होना
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा