संघात के पर्यायवाची शब्द
-
अंत
वह स्थान जहाँ से किसी वस्तु का अंत हो, सामाप्ति, आख़िर, अवसान, इति
-
अनेक
एक से अधिक , बहुत , ज्यादा , असंख्य , अनगिनत
-
आकर
वह स्थान जहाँ से धातुओं के अयस्क आदि खोदकर निकाले जाते हैं, खान, उत्पत्तिस्थान
-
आघात
ठोकर, धक्का, क्षत प्रहार, चोट, मारपीट, आक्रमण
-
आलंभ
छूना , मिलना , पकडना
-
इतिश्री
समाप्ति, अंत, पूर्णता
-
उद्वासन
उजाड़ने की क्रिया
-
उपसंहार
हरण, परिहार
-
ओघ
समूह , ढेर
-
कदन
मरण , विनाश
-
कालसूत्र
एक नरक का नाम
-
क्रथन
देवयोनि
-
गण
समुदाय , 2. जत्था, झुंड ; कोटि , वर्ग ; दूत ; सेवक , नौकर ; छंदशास्त्र में तीन अक्षरों का समूह
-
गिरना
आधार या अवरोध के अभाव के कारण किसी चीज का एकदम ऊपर से नीचे आ जाना, रोक या सहारा न रहने के कारण किसी चिज का अपने स्थान से नीचे आ रहना, जैसे,—छत पर से गिरना हाथ में से गिरना, कुएँ में गिरना, आँख से आँसू गिरना ओस, पानी या ओले गिरना, संयो॰ क्रि॰—जाना, —पड़ना
-
गोष्ठी
वहुत से लोगों का समूह, सभा, मंडली
-
ग्राम
बस्ती, गाँव
-
घात
प्रहार, चोट, मार, धक्का, जरब
-
चक्र
पहिया , चाका
-
जन
लोक, लोग
-
जमात
किसी महन्त के नेतृत्व में चलने वाला साधुओं का समूह
-
ज्वर
शरीर की वह गरमी या ताप जो स्वाभाविक से अधिक हो और शरीर की अवस्थता प्रकट करे । ताप । बुखार ।
-
टोली
समूह, मण्डली, झुण्ड।
-
ढेर
नीचे ऊपर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का समूह जो कुछ ऊपर उठा हुआ हो, राशि, अटाला, अंबार, गंज, टाल, क्रि॰ प्र॰—करना, —लगाना
-
थोक
पूरी वस्तु साथ बेचने की क्रिया या भाव; खुदरा का विलोम
-
दल
पत्ता, तुलसीदल, निमंत्रण (कथा का)
-
दुर्गत
दुर्गति को प्राप्त, बुरी दशा में पड़ा हुआ
-
दुर्गति
दुर्दशा, दुखद स्थिति
-
देह
शरीर, तनु, शरीर का कोई अंग
-
नरक
पापी प्राणियों को मृत्यु के बाद पाप का फल भोगने का कष्टप्रद स्थान; बहुत गंदा स्थान; पीड़ादायक जगह; गंदी वस्तु, गंदी वस्तु का ढेर; स्वर्ग का उलटा
-
नारक
पुरानी चीज को नई बनाने की क्रिया
-
निकर
पुञ्ज, समूह, राशि
-
निकाय
सङघान, संस्था
-
निचय
संचय ; समूह
-
निरय
नरक, दोजख
-
निर्वहण
निबाह, निर्वाह, गुज़र
-
निवह
समूह , समुदाय
-
निवारण
रोकनाइ
-
निशारण
रात्रियुद्ध
-
निसूदन
हिंसा करना
-
निहनन
हत्या, हनन, वध
-
परासन
हत्या, बध, हनन
-
परिकर
दे० 'पलंग' ; परिवारी जन; समूह ; तैयारी; कमरबंद ; अर्थालंकार विशेष
-
परिषद
सवारी या जुलूस में चलनेवाले वे अनुचर जो स्वामी को घेरकर चलते हैं, पारिषद्
-
परिषद्
विद्वत्सभा
-
पिंज
बल
-
पुंज
समूहित
-
पूँज
(पुंज) ढेर, टाल, कटी फसल का ढेर, गांज
-
प्रकर
अगरु, अगर नामक गंध द्रव्य
-
प्रतिघात
वह आघात जो किसी दूसरे के आघात करने पर किया जाय
-
बटोरना
फैली या बिखरी हुई वस्तुओं समेटकर एक स्थान पर करना, जैसे—गिरे हुए दाने बटोरना, कूड़ा बटोरना
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा