सर्व के पर्यायवाची शब्द
-
अंध
जिसे दिखाई न देता हो, नेत्रहीन , बिना आँख का , अंधा , जिसकी आँखों में ज्योति न हो , जिसमें देखने की शक्ति न हो
-
अंबरीष
वह मिट्टी का बरतन जिसमें लोग गर्म बालू डालकर दाना भूनते हैं, भाड़
-
अंबु
आम, रसाल
-
अंभ
जल, पानी
-
अक्षर
अच्युत, स्थिर, अविनाशी, नित्य
-
अक्षित
क्षय न होने वाला, जिसका क्षय न हुआ हो
-
अखंड
जिसके खंड या टुकड़े न हों , पूर्ण , समूचा
-
अखंड
जिसके खंड या टुकड़े न हों, अटूट, अविछिन्न
-
अखिल
समस्त
-
अग्निकेतु
शिव का एक नाम
-
अजिन
चर्म, चमड़ा, ख़ाल
-
अट्टहास
जोर की हंसी , ठहाका
-
अधोगति
पतन
-
अध्वर
प्राचीन भारतीय आर्यों का एक धार्मिक कृत्य जिसमें हवन आदि होते थे, यज्ञ, सोमयज्ञ
-
अनंगारि
कामदेव के अरि या शिव
-
अनुष्ठान
कृत्यक सम्पादन
-
अप
आप , जल , पानी
-
अपराजित
आँखि-सन नील फूल-वाला एक लता
-
अभिषव
यज्ञ में स्नान
-
अभ्रपुष्प
बेंत, बेंत का डंठल जिसका उपयोग छड़ी के रूप में किया जाता है
-
अमृत
अमृत, दारमा की भोटिया जाति के विश्वास के अनुसार सूत्रधार निर्देशन करने वाला व्यक्ति
-
अर्ण
वर्ण , अक्षर
-
अशेष
जिसमें कुछ शेष न रहे , शेष-रहित
-
अष्टमूर्ति
शिव
-
अस्थिमाली
शिव
-
आप
अपने ऊपर घटी या झेली घटना, अनुभूत घटना या बात
-
आयुध
युद्ध क्षेत्र में काम आने वाले अस्त्र या हथियार, युद्ध का साधन, शस्त्र
-
आहव
युद्ब, लड़ाई
-
इरा
गुस्सा, अभिमान, स्वाभिमान
-
इष्ट
जिसकी इच्छा की गई हो, अभिलषित, चाहा हुआ, वांछित
-
इष्टि
इच्छा, अभिलाषा, आकांक्षा, चाह
-
ईश
स्वामी , मालिक
-
ईशान
स्वामी, अधिति, प्रभु
-
उग्र
प्रचंड, उत्कट
-
उमानाथ
शिव
-
उमापति
महादेव, शंकर, शिव
-
ऊर्ज
बलवान, शक्तिमान, बली
-
ऊर्ध्वरेता
जो अपने वीर्य को गिरने न, स्त्रीप्रसंग से परहेज करनेवाला
-
ऋत
उंछवृत्ति
-
ऋतु
प्राकृतिक अवस्थाओं के अनुसार वर्ष के दो-दो महीनों के छह विभाग, मौसम
-
ओज
कृपणता, किफायतदारी, कार्पण्य, जैसे, —वह बहुत ओज से खर्च करता है
-
क
नागरी वर्णमाला का प्रथम व्यंजन
-
कंकालमाली
शिव, महादेव
-
कंबल
कंबल (भेड़ की ऊन का बना मोटा कपड़ा)
-
कपर्दी
जटाजूटधारी शिव
-
कपाली
शिव, महादेव
-
कबंध
पीपा , कंडल
-
कर्बुर
सोना, स्वर्ण
-
कलाधर
चंद्रमा
-
कश
चाबुक
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा