सेवा के पर्यायवाची शब्द
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अनुग्रह
दूसरे का दुख दूर करने की इच्छा
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अपचार
अनुचित बुरा या निकृष्ट आचरण
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अपचिति
हानि, क्षय, ह्रास, नाश
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अर्चन
नव प्रकार की भक्ति में से एक, पूजा, पूजन
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अर्चना
पूजा, पूजन, उपासना, वंदन, कीर्तन
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अर्चा
पूजा
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अर्हत
किसी देवी, देवता आदि पर जल, फूल आदि चढ़ाकर या उनके आगे कुछ रखकर किया जाने वाला धार्मिक कार्य
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अलंकार
मानव निर्मित वह वस्तु जिसके धारण करने से किसी की शोभा बढ़ जाती है, आभूषण, गहना, जेवर
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अवराधन
आराधन , उपासना , पूजा
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आचरण
कोई कार्य आरंभ करके आगे बढ़ाना, अनुष्ठान
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आदाब
नियम , कायदा
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आरती
आदर या मंगल के निमित्त किसी (देवता, व्यक्ति आदि) के सम्मुख चारों ओर प्रज्वलित कपूर तथा दीपक घुमाना , नीराजन , दीप
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आराधना
पूजा, उपासना, सेवा
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इलाज
औषधि, दवाई, उपचार, इलाज
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उपकरण
सामग्री , साधक वस्तु , सामान; राज, चिह्न-छत्र, चॅवर आदि
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उपकार
भलाई, हित साधन, नेकी
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उपचर्या
सेवा-शुश्रूषा ; चिकित्सा
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उपचार
व्यवहार
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उपादान
प्राप्ति, ग्रहण, स्वीकार
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उपाय
वह कार्य या प्रयत्न जिससे अभीष्ट तक पहुँचा जाए, पास पहुँचना, निकट आना
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उपासना
पास बैठने की क्रिया
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उपास्ति
सेवा
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औज़ार
कार्य में सहायक उपकरण जिनसे कार्य सरलता व शीघ्रता से पूर्ण होता है, वे यंत्र जिनसे वैज्ञानिक, इंजिनियर, छात्र, लोहार, बढ़ई आदि अपना काम करते हैं, हथियार, राछ
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किंकरता
सेवा, दासता
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कीर्तन
दे०-कीर्तन
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कैंकर्य
किंकरता, सेवकाई, सेवा, खिदमत
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ख़िदमत
सेवा, टहल, चाकरी
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चाकरी
नौकरी, वेतन लेकर सेवा करने वाला
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चिकित्सा
रोग दूर करने की युक्ति या क्रिया, शरीर स्वस्थ या नीरोग करने का उपाय, रोगशांति का उपाय, रोगप्रतीकार, इलाज, क्रि॰ प्र॰—करना, —होना
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जप
जपने का क्रम
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टहल
सेवा-सुश्रूषा, खिदमदगारी, चाकरी, टहलना, घुमाना- फिराना, हवा खिलाना, टहलुवा, टहलू
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दासता
दास का कर्म, दासत्व, सेवावृत्ति
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दास्य
दासता, दासवत् सेवा-शुश्रूषा
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देखभाल
परवरिश, पोषण, निगरानी
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नमस्कार
अभिवादन करना
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नौकरी
नौकर का काम, सेवा करने का काम, सेवकाई |
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परिचर्या
सेवा, टहल, खिदमद
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परिसर्या
टहलना, भ्रमण करना
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परिसेवन
बहुत अधिक सेवा करना
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परीष्टि
इच्छा
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पूजन
पूजा की क्रिया, ईश्वर या किसी देवी देवता के प्रति श्रद्धा संमान, विनय और समर्पण प्रकट करनेवाला कार्य, देवता की सेवा और वंदना, अर्चन, आराधन
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पूजा
ईश्वर या किसी देवी देवता के प्रति श्रद्धा, संमान, विनय और समर्पण का भाव प्रकट करनेवाला कार्य , अर्चना , आराधन
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प्रणाम
झुकना, नत होना
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प्रसन्न करना
किसी को अपने क्रिया-कलापों, व्यवहार आदि के द्वारा आनंदित करना
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प्रसादन
प्रसन्न करब बाँसब
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प्रसादना
सेवा, परिचर्या
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प्रार्थना
किसी से कुछ माँगना , याचना , चाहना , जैसे,—मैने उनसे एक पुस्तक के लिये प्रार्थना की थी
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बंदगी
भक्तिपूर्वक ईश्वर की बंदना, ईश्वराराधन
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भक्ति
सेवा, पूजा, श्रद्धा, आस्था, आदर भाव, उपासना, शास्त्र में भक्ति नौ प्रकार की कही गई है यथा- श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पाद-सेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य और आत्म निवेदन
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भजन
स्तुति, पूजा
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