शांत के पर्यायवाची शब्द
-
अचल
स्थिर, निश्चल
-
अद्भुत
विलक्षण , विचित्र , अनूठा , अपूर्व
-
अवाक्
चुप, चुपचाप, मौन
-
आनंद
प्रसन्नता, सुख, हर्ष
-
आर्य
श्रेष्ठ, उत्तम
-
आह्लाद
आनंद, ख़ुशी, हर्ष
-
उदार
योग में अस्मिता, राग, द्वेष और अभिनिवेश इन चारों क्लेशों का एक भेद या अवस्था जिसमें कोई क्लेश अपने पूर्ण रूप में वर्तमान रहता हुआ अपने विषय का ग्रहण करता रहता है
-
उपरत
उदासीन
-
एकांत
जहाँ कोई व्यक्ति न रहता हो या व्यक्तियों की संख्या बहुत ही कम हो, जो निर्जन या सूना हो, अलग, पृथक्, अकेला
-
करुण
करुण , दयाद्र , करुणायुक्त
-
क्लांत
जो थक गया हो या थका हुआ हो, थका हुआ, श्रांत, शिथिल
-
ख़ामोश
जो कुछ बोल न रहा हो, मौन, चुप
-
गत
गया हुआ, बीता हुआ
-
चकित
विस्मित आश्चर्ययुक्त
-
चुप
बाज नहि
-
जड़
कन्द जिसमें चेतना न हो, चेष्टाहीन, स्तब्ध, वृक्ष की जड़, मूल रूप बंकनाल, वह नाल जिसमें बच्चे जन्म लेते हैं।
-
ठहराव
स्थिरता
-
तपस्वी
तप करने वाला पुरुष
-
थका
थकावट
-
थका हुआ
जो थक गया हो या थका हुआ हो
-
थकित
थाकल, श्रान्त
-
थिर
जो चलता या हिलता डोलता न हो, ठहरा हुआ, अचल, मज़बूत, पक्का, ख़ामोश, फ़ैसला शूदा
-
दृढ़
ठोस, अचल, अटल, कड़ा, मजगूत
-
धार्मिक
धर्मशील, धर्मात्मा, धर्माचरण करने वाला, पुण्यात्मा, धर्म में आस्था रखने वाला
-
धीर
धीरज, संतोष, सब
-
नद्ध
बंध, बँधन, ग्रंथि, गाँठ
-
नम्र
विनीत , झुका हुआ
-
नवरस
काव्य के नौ रस, यथा शृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, भयानक, वीभत्स, अद्भुत और शांत
-
निभृत
धरा हुआ , रखा हुआ , घृत
-
निरुद्यम
जिसके हाथ में जीविका-निर्वाह के लिए कोई काम-धंधा न हो
-
निर्जन
एकांत , सुनसान
-
निवृत्त
लौटा हुआ ; हटाया हुआ
-
निश्चल
स्थिर, अचल
-
निश्चेष्ट
चेष्टारहित
-
निष्क्रिय
जिसमें कोई क्रिया या व्यापार न हो, सब प्रकार की क्रियाओं से रहित, निश्चेष्ट
-
नीरव
ध्वनिरहित, बिना शब्द का
-
पूज्य
पूजा करने योग्य, मान्य, आदरणीय, आदर का अधिकारी
-
पूर्ण
पूरा, भरा हुआ, परिपूर्ण, पूरित
-
प्रच्छन्न
ढका हुआ , लपेटा हुआ
-
प्रमद
नशे में चूर, मत्त, मतवाला
-
प्रमोद
बहुत अधिक ख़ुशी, प्रसन्नता या हर्ष, हर्ष, आनंद, प्रसन्नता
-
प्रीति
प्रेम , प्यार; हर्ष, आनंद; कामदेव की एक पत्नी का नाम
-
बद्ध
बंधन में पड़ा हुआ ; निर्धारित किया गया; स्थित; किसी के साथ जुड़ा हुआ; उलझा हुआ
-
भद्र
क्षेम कुशल
-
भरा
पूर्ण , पूरा
-
भौंचक्का
ऐसी अवस्था में जिसमें यह न सूझ पड़े कि अब क्या करना चाहिए
-
माँदा
थका हुआ, श्रांत
-
मान्य
मातृका पूजन के लिए बनाया गया एक पकवान, माई
-
मुनि
आध्यात्मिक और भौतिक तत्वों का ज्ञाता, परम बुद्धिमान, दूरदर्शी, सच्चरित्र और त्यागी व्यक्ति, वह जो मनन करे , ईश्वर, धर्म और सत्यासत्य आदि का सूक्ष्म वितचार करनेवाला व्यक्ति , मनन- शील महात्मा , जैसे, अंगिरा, पुलस्त्य, भृगु, कर्दम, पंचशिख आदि
-
मूक
वाक्य रहित, गूंगा
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा