शीतल के पर्यायवाची शब्द
-
अचेतन
चेतनारहित, जिसमें चेतना का अभाव हो, जिसमें सुख-दुःख आदि किसी प्रकार के अनुभव की शक्ति न हो, जड़, 'चेतन' का उलटा
-
अपराजिता
ज़मीन पर फैलने वाली एक प्रकार की बेल, विष्णुक्रांता लता
-
क्लीव
षंढ, नपुंसक, नामर्द
-
कालसार
कृष्णसार नाम का मृग
-
कोटन
शीत ऋतु, हेमंत ऋतु
-
गतिहीन
स्थिर, ठहरा हुआ
-
गंधसार
चंदन
-
गोशीर्ष
एक पर्वत का नाम
- चंदन
-
जड़
जिसमें चेतनता न हो, अचेतन
-
जाड़ा
वह ऋतु जिसमें बहुत ठंडक पड़ती हो , शीतकाल , सर्दी का मौसम
- ढीला
-
तुषार
हवा में मिली भाप जो सरदी से जमकर और सूक्ष्म जलकण के रूप में हवा से अलग होकर गिरती और पदार्थों पर जमती दिखलाई देती है, पाला
-
तिलपर्ण
चंदन
- नपुंसक
-
नामर्द
जिसमें पुरुष की शक्ति विशेष न हो, नपुंसक, क्लीव
-
निश्चेष्ट
बेहोश, अचेत
-
निष्पंद
जिसमें किसी प्रकार का कंप न हो, स्पंदनरहित
- पटरी
- पटसन
-
पटीर
एक प्रकार का चंदन
-
पावन
धार्मिक दृष्टि से वह चीज़ जो पवित्र समझी जाती हो और दूसरों को भी पवित्र करती हो, पवित्र करने वाला, शुद्ध करने वाला
-
पीतकाष्ठ
पिला चंदन
-
पीतसार
पीतचंदन, हरिचंदन
-
भद्र
शिष्ट, भला, शरीफ़, सभ्य, सुशिक्षित
-
भोगिवल्लभ
चंदन
- मूक
-
मंगल्य
मंगलकारक, मंगल या कल्याण करनेवाला
-
मूढ़
अज्ञान, मूर्ख, जड़बुद्धि, बेवकुफ, अहमक
-
मृत
जिसका पूर्ण रूप से नाश या अंत हो चुका हो, मरा हुआ, मुर्दा
- मंद
-
मंदबुद्धि
'मंदधी'
-
मूर्ख
बेवकूफ , अन , मूढ़ , नादान , नासमझ , लैठ , अपढ़ , जाहिल
-
मलयज
(हवा) मलय पर्वत से आने वाली, मलय पर्वत की
-
मोहित
मोह या भ्रम में पड़ा हुआ, मुग्ध
-
रौहिण
रोहिणी नक्षत्र में उत्पन्न
-
वातक
अशनपर्णी
-
विवेकशून्य
भले और बुरे का ज्ञान न रखनेवाला
-
शणपर्णी
पटसन, अशनपर्णी
-
श्रीखंड
वैद्यक के अनुसार एक प्रकार का चंदन जो हरिचंदन भी कहलाता है, मलयागिरि चंदन
-
शांत
जिसमें वेग, क्षोभ या क्रिया न हो, ठहरा हुआ, रुका हुआ, बंद, जैसे— अंधड़ शांत होना, उपद्रव शांत होना, झगड़ा शांत होना
-
शिथिल
जो अच्छी तरह बँधा, कसा या जकड़ा हुआ न हो, जो खूब बँधा न हो, ढीला
-
शिशिर
एक ऋतु जो माघ और फाल्गुन मास में होती है
-
शीत
ठंढा, सर्द, शीतल
- सुगंध
- सर्द
- सर्दी
-
सर्पेष्ट
चंदन
-
सुस्त
जिसके शरीर में बल न हो , दुर्बल , कमज़ोर
- हैम
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा