शीतल के पर्यायवाची शब्द
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अचेतन
जड़
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अपराजिता
ज़मीन पर फैलने वाली एक प्रकार की बेल, विष्णुक्रांता लता
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कालसार
कृष्णसार नाम का मृग
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कोटन
शीत ऋतु, हेमंत ऋतु
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क्लीव
षंढ, नपुंसक, नामर्द
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गंधसार
चंदन
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गतिहीन
गति रहित
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गोशीर्ष
एक पर्वत का नाम
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चंदन
सुगनिधत लकड़ी, एक वृक्ष जिसमें हीर की लकड़ी अति सुगन्धित होती हैं
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जड़
कन्द जिसमें चेतना न हो, चेष्टाहीन, स्तब्ध, वृक्ष की जड़, मूल रूप बंकनाल, वह नाल जिसमें बच्चे जन्म लेते हैं।
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जाड़ा
बारह- सिंगा
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ढीला
जो कसा या तना हुआ न हो , जो सब ओर से खूब खिंचा न हो , (डोरी, रस्सी तागा आदि) जिसके ठहरे या बँधे हुए छोरों के बीच झोल हो , जैसे, लगाम ढीली करना, ड़ोरी ढोली करना, चारपाई (की बुनावट) ढीली होना
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तिलपर्ण
चंदन
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तुषार
छूने में बरफ की तरह ठंढा
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नपुंसक
नपुंसकता
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नामर्द
जिसमें पुरुष की शक्ति विशेष न हो, नपुंसक, क्लीव
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निश्चेष्ट
चेष्टारहित
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निष्पंद
जिसमें किसी प्रकार का कंप न हो, स्पंदनरहित
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पटरी
कम चाकर लम्बा तकथा
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पटसन
पटवा, जूट
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पटीर
सुंदर, सौंदर्ययुक्त
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पावन
शुद्ध करने वाला, पवित्र करने वाला, शुद्ध, पवित्र, लोबान
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पीतकाष्ठ
पिला चंदन
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पीतसार
पीतचंदन, हरिचंदन
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भद्र
शिष्ट, भला, शरीफ़, सभ्य, सुशिक्षित
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भोगिवल्लभ
चंदन
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मंगल्य
मंगलकारक, मंगल या कल्याण करनेवाला
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मंद
धीमा , सुस्त , क्रि॰ प्र॰—करना , —पड़ना , —होना
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मंदबुद्धि
मोटी अक्ल का, कम बुद्धि वाला, कुंद बुद्धि वाला
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मलयज
(हवा) मलय पर्वत से आने वाली, मलय पर्वत की
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मूक
जिसके मुँह से अलग वर्ण न निकल सकते हों , वह व्यक्ति जो बोल नहीं सकता है, गूँगा , अवाक्, जिसमें बोलने की शक्ति न हो
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मूढ़
अज्ञान, मूर्ख, जड़बुद्धि, बेवकुफ, अहमक
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मूर्ख
बेवकूफ , अन , मूढ़ , नादान , नासमझ , लैठ , अपढ़ , जाहिल
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मृत
जिसका पूर्ण रूप से नाश या अंत हो चुका हो, मरा हुआ, मुर्दा
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मोहित
लोभाएल
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रौहिण
रोहिणी नक्षत्र में उत्पन्न
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वातक
अशनपर्णी
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विवेकशून्य
भले और बुरे का ज्ञान न रखनेवाला
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शणपर्णी
पटसन, अशनपर्णी
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शांत
जिसमें वेग, क्षोभ या क्रिया न हो, ठहरा हुआ, रुका हुआ, बंद, जैसे— अंधड़ शांत होना, उपद्रव शांत होना, झगड़ा शांत होना
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शिथिल
जो अच्छी तरह बँधा, कसा या जकड़ा हुआ न हो, जो खूब बँधा न हो, ढीला
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शिशिर
शीत ऋतु, माघ-फाल्गुन
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शीत
शीतल, ठंडा
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श्रीखंड
वैद्यक के अनुसार एक प्रकार का चंदन जो हरिचंदन भी कहलाता है, मलयागिरि चंदन
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सर्द
सीमा, सरहद
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सर्दी
दे. सरदी
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सर्पेष्ट
चंदन
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सुगंध
अच्छी और प्रिय महक , सुवास , सौरभ , खुशबु , विशेष दे॰ 'गंध' , क्रि॰ प्र॰—आना , —उड़ना , —निकलना , —फैलना , विशेष—यह शब्द संस्कृत में पुंलिंग हैं पर हिंदी में इस अर्थ में स्त्रीलिंग ही बोलते हैं
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सुस्त
जिसके शरीर में बल न हो , दुर्बल , कमज़ोर
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हरिचंदन
एक प्रकार का बढ़िया चंदन
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