स्नेह के पर्यायवाची शब्द
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अजर्य
जराविहीन
- अधिकार
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अनुकूलता
अपतिकूलता, अविरुद्धता
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अनुग्रह
दूसरे का दुख दूर करने की इच्छा
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अनुभूति
अनुभव, परिज्ञान, आधुनिक न्याय के अनुसार प्रत्यक्ष, अनुमिति उपमिति और शब्दबोध द्वारा प्राप्त ज्ञान
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अनुरक्ति
आसक्ति, अनुराग, प्रीति, भक्ति
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अनुराग
प्रीति, प्रेम, असक्ति, प्यार, मुहब्बत, लगाव
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अपनापन
अपनायत, अत्मीयता, घनिष्ठता
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अभिमान
अहंकार, गर्व, दर्प, घमंड, अहंकार, मद, गुमान, नाज़, किसी वस्तु या बात के बारे में मन में उठनेवाला वह भाव जिसके कारण महत्व प्राप्त हो या अभिमान किया जा सके
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अभिलाष
इच्छा, मनोरथ, कामना, चाह
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अस्थिस्नेह
'अस्थिसार'
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अस्थिसार
मज्जा
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आत्मीयता
अपनायत, स्नेह-संबंध, मैत्री, अपनापन, आपसदारी का संबंध, घनिष्ठता
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आसक्ति
अनुरक्ति, लिप्तता, आसक्त होने की क्रिया अवस्था या भाव
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आस्वाद
रस, स्वाद, ज़ायक़ा, मज़ा, स्वाद, लज़्ज़त, खाने-पीने की चीज़ मुँह में पड़ने पर उससे जीभ को होने वाला
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इश्क़
मुहब्बत , चाह , प्रेम , लगन , अनुराग , आसक्ति, आशिकी, गहरी चाहत
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उत्कंठा
प्रबल इच्छा, तीव्र अभिलाषा, लालसा, चाव, उत्सुकता
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उल्फ़त
दोस्तों या मित्रों में होने वाला पारस्परिक संबंध, मित्रता, दोस्ती, याराना
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गर्व
अहंकार, घमंड़
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घनिष्ठता
घनिष्ठ होने की स्थिति का भाव, बहुत घनिष्ठ या आत्मीय होने की अवस्था, संबंध प्रगाढ़ होना, किसी के बहुत समीप होने की अवस्था या भाव
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चाह
इच्छा, अभिलाषा
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छोह
ममता, प्रेम, स्नेह
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तरल
हिलता-डोलता, चलायमान, चंचल
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दया
मन का वह दुःखपूर्ण वेग जो दूसरे के कष्ट को दूर करने की प्रेरणा करता है, सहानुभूति का भाव, करुणा, रहम, क्रि॰ प्र॰—आना, —करना
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दुलार
प्रसन्न करने की वह चेष्टा जो प्रेम के कारण लोग बच्चों या प्रेमपात्रों के साथ करते हैं, जैसे, कुछ विलक्षण संबोधनों से पुकारना, शरीर पर हाथ फेरना, चूमना इत्यादि, लाड़ प्यार, क्रि॰ प्र॰—करना, — होना
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देहसार
मज्जा धातु
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देहसार
अस्थि गुहाओं में भरा रहने वाला एक मुलायम कार्बनिक पदार्थ
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दोस्ती
एक प्रकार की रोटी जो आटे की दो लोइयों के बीच में घी लगाकर और एक को दूसरी पर रखकर बेलते और तब तवे पर घी लगाकर पकाते हैं , दो परत की रोटी , दुपड़ी
- निष्ठा
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प्यार
मुहब्बत , प्रेम , चाह , स्नेह
- प्रणय
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प्रफुल्लता
विकसित होने की अवस्था या भाव
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प्रेम
वह मनोवृत्ति जिसके अनुसार किसी वस्तु या व्यक्ति आदि के संबंध में यह इच्छा होती है कि वह सदा हमारे पास या हमारे साथ रहे, उसकी वृद्धि, उन्नति या हित ही अथवा हम उसका भोग करें, वह भाव जिसके अनुसार किसी दृष्टि से अच्छी जान पड़नेवाली किसी चीज या व्यक्ति को देखने, पाने, भोगने, अपने पास रखने अथवा रक्षित करने की इच्छा हो, स्नेह, मुहब्बत, अनुराग, प्रीति
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प्रसन्नता
तुष्टि, संतोष
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प्रियता
प्रिय होने का भाव
- प्रीति
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पसंद
रुचि के अनुकूल, रुचिकर; प्रिय; मनभावन
- भक्ति
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भाँवर
'भौंरा'
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मज्जा
नली की हड़ी के भीतर का गूदा जो बहुत कोमल और चिकना होता है
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मैत्री
दो व्यक्तियों के बीच का मित्र भाव, मित्रता, दोस्ती
- ममत्व
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ममता
ईश्वर का ध्यान छोड़कर शरीर और सांसारिक पदार्थों को अपना सर्वस्व समझने की क्रिया या भाव, 'वह मेरा है' इस प्रकार का भाव , किसी पदार्थ को अपना समझने का भाव , ममत्व , अपनापन
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मित्रता
मित्र होने का धर्म या भाव
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मोह
कुछ का कुछ समझ लेनेवाली बुद्धि, अज्ञान, भ्रम, भ्रांति
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रक्ति
अनुराग, प्रेम
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रुचि
एक प्रजापति जो रौज्य मनु के पिता थे
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रंजन
रँगने की क्रिया
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रस
छह की संख्या
- राग
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