वाति के पर्यायवाची शब्द
-
अंबरीष
वह मिट्टी का बरतन जिसमें लोग गर्म बालू डालकर दाना भूनते हैं, भाड़
-
अंशुमाली
सूर्य
-
अजिर
अजीर्ण, बदहजमी
-
अनिल
वायु , पवन , हवा
-
अपान
दस वा पाँच प्राणों में से एक
-
अरणि
सूर्य
-
अरुण
लाल रंग का, लाल, रक्त
-
अर्क
सूर्य
-
अह
अचरज, दु:ख क्लेश आदि का उद्गार
-
आदित्य
अदिति के पुत्र सूर्य
-
आशुग
प्रायः सर्वत्र चलता रहने वाला वह तत्व जो सारी पृथ्वी पर व्याप्त है और जिसमें प्राणी साँस लेते हैं, वायु
-
ईशान
स्वामी, अधिति, प्रभु
-
उक्षा
सूर्य, बैल
-
उदान
ऊपर की ओर साँस खींचना
-
खग
पक्षी, चिड़िया
-
खश्वास
वायु, हवा
-
गंधवह
वायु
-
गंधवाह
वायु, हवा, पवन
-
गभस्ति
किरण
-
चंचल
अस्थिर, अधीन, उद्विग, चुलबुल
-
छुप
स्पर्श
-
जगत
संसार, चबूतरा
-
जगत्प्राण
समीर, वायु, हवा
-
दिनकर
सूर्य, सूरज
-
दिनेश
सूर्य
-
दिवाकर
सूर्य, भास्कर, रवि
-
द्युम्न
धन
-
धूलिध्वज
वायु, प्रायः सर्वत्र चलता रहने वाला वह तत्व जो सारी पृथ्वी पर व्याप्त है और जिसमें प्राणी साँस लेते हैं
-
नभग
आकाशगामी, आकाश में विचरने वाला
-
नभस्वान्
वायु, हवा
-
नित्यगति
वायु, हवा
-
निरूप
रूपरहित, निराकार, जिसका कोई रूप न हो
-
पतंग
उड़नेवाला
-
पवन
वायु
-
पवमान
पवन, वायु, समीर
-
पाथ
थापना, कुम्हार का कच्चा घड़ा को पीटने की क्रिया
-
पाय
जल, पानी
-
पारु
सूर्य ; अग्नि
-
पूषा
एक सेर का चौथाई भाग, सेर का चतुर्थांश
-
पृषदश्व
एक पौराणिक राजर्षि
-
पृषोदर
वायु, हवा
-
प्रकंपन
बहुत ज़ोर से काँपने या हिलने की क्रिया, कँपकँपी, थराथराहट
-
प्रभंजन
तेज बिहारि
-
प्रभाकर
सूर्य
-
प्राण
वह वायु या हवा जो साँस के साथ अंदर जाती और बाहर निकलती है, वायु, हवा
-
बकुर
बोल, दे॰ 'बकारी' या 'बक्कुर'
-
बयार
दे. वेआर', दे. 'बतास'
-
भानु
सूर्य
-
भास्कर
सूर्य
-
भास्वर
दीप्तियुक्त, चमकदार, प्रकाशमय, चमकीला
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा