वंदना के पर्यायवाची शब्द
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अपचिति
हानि, क्षय, ह्रास, नाश
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अभिवादन
प्रणाम नमस्कार, वंदना, किसी के प्रति आदर भाव दिखाने की क्रिया
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अर्घ्य
बहुमूल्य
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अर्चन
नव प्रकार की भक्ति में से एक, पूजा, पूजन
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अर्चना
पूजा, पूजन, उपासना, वंदन, कीर्तन
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अर्चा
पूजा
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अर्हत
किसी देवी, देवता आदि पर जल, फूल आदि चढ़ाकर या उनके आगे कुछ रखकर किया जाने वाला धार्मिक कार्य
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अवराधन
आराधन , उपासना , पूजा
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अवराधना
उपासना करना, पूजना, सेवा करना
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आचमन
जल पीना
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आदाब
नियम , कायदा
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आरती
आदर या मंगल के निमित्त किसी (देवता, व्यक्ति आदि) के सम्मुख चारों ओर प्रज्वलित कपूर तथा दीपक घुमाना , नीराजन , दीप
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आराधन
उपासना, सेवा पूजा
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आराधना
पूजा, उपासना, सेवा
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आसन
आसन , बैठने का बिछावन
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उपचार
व्यवहार
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उपासना
पास बैठने की क्रिया
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उपास्ति
सेवा
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कीर्तन
दे०-कीर्तन
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ख़िदमत
सेवा, टहल, चाकरी
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गंध
सुगंध
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गुणकथन
गुणगान, प्रशंसा
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तपस्या
तप, साधना, किसी अभीष्ट की सिद्धि के लिए उठाया जाने वाला कष्ट, तप करने वाला
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तांबूल
पान
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दीप
प्रकाश करने के लिए बना धातु, मिट्टी आदि का वह पात्र जिसमें तेल और बत्ती डालकर बत्ती को जलाई जाती है, दीपक, दीया, चराग़, जलती हुई बत्ती
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धूप
लोबान का धूप या धुँआं, गंध, द्रव्य जलाकर निकाला हुआ धुँआ।
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नमन
प्रणाम, नमस्कार, झुकाव
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नमस्कार
अभिवादन करना
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नैवेद्य
देवता के निवेदन के लिए भोज्य द्रव्य, वह भोजन सामग्री जो देवता को चढ़ाई जाय, देवता को समर्पित भोज्य पदार्थ, भोग, प्रसाद, देव-बलि
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परिक्रमा
प्रदक्षिणा
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परिचर्या
सेवा, टहल, खिदमद
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परिसेवन
बहुत अधिक सेवा करना
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परीष्टि
इच्छा
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पाद्य
पद संबंधी, पैर संबंधी
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पुष्प
पौधों में वह अंग जो गोल या लंबी पंखुड़ियों का बना होता है और जिसमें फल उत्पन्न करने की शक्ति होती है, पौधों का वह अवयव जो ऋतु-काल में उत्पन्न होता है, फूल, कुसुम
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पूजन
पूजा की क्रिया, ईश्वर या किसी देवी देवता के प्रति श्रद्धा संमान, विनय और समर्पण प्रकट करनेवाला कार्य, देवता की सेवा और वंदना, अर्चन, आराधन
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पूजा
ईश्वर या किसी देवी देवता के प्रति श्रद्धा, संमान, विनय और समर्पण का भाव प्रकट करनेवाला कार्य , अर्चना , आराधन
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प्रणति
प्रार्थना, विनती, निवेदन, अनुनय
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प्रणाम
झुकना, नत होना
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प्रशंसा
गुणों का बखान, तारीफ, सराहना, गुण कीर्तन
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प्रसादना
सेवा, परिचर्या
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बंदगी
भक्तिपूर्वक ईश्वर की बंदना, ईश्वराराधन
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भक्ति
सेवा, पूजा, श्रद्धा, आस्था, आदर भाव, उपासना, शास्त्र में भक्ति नौ प्रकार की कही गई है यथा- श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पाद-सेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य और आत्म निवेदन
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भजन
स्तुति, पूजा
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मधुपर्क
वैदिक कालक एक लेहा जे अतिथिकेँ सभसँ पहिने देल जाइत छल, मुह मिठाएब
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यज्ञोपवीत
यज्ञसूत्र, जनौ
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याचना
माँगना।
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याचना
माँगने की क्रिया
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षोडश पूजन
षोडशोपचार
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सुश्रूषा
सेवा , टहल , परिचर्या , खुशामद
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