वस्तु के पर्यायवाची शब्द
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अभिप्राय
आशय, तात्पर्य, हृदयगत भाव
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अभिलाषा
दे० 'अभिलाष'
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अर्थ
दे० 'अरथ'
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अवयव
अङ्ग
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आशय
अभिप्राय , तात्पर्य
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आसक्ति
अनुरक्ति, लिप्तता, आसक्त होने की क्रिया अवस्था या भाव
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इच्छा
इच्छा, अभिलाषा, चाह, कामना, लालच
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उद्देश्य
लक्ष्य वस्तु जिस पर ध्यान रखकर कोई बात कही या की जाए, अभिप्रेत कार्य, इष्ट, ध्येय
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उपादान
प्राप्ति, ग्रहण, स्वीकार
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काम भावना
amoristic sentiment
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कारण
हेतु , वजह , सबब , जैसे, तुम किस कारण वहाँ गए थे
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के लिए
for, for the sake of
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गोचर
इन्द्रियग्राह्य. प्रत्यक्ष
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चीज़
वह जिसकी वास्तविक, काल्पनिक अथवा संभावित परंतु दूसरों से पृथक् सत्ता हो , सतात्मक वस्तु , पदार्थ , वस्तु , द्रव्य , जैसे,—(क) बहुत भूख लगी है, कोई चीज (खाद्य पदार्थ) हो तो लाओ , (ख) मेरे पास ओढ़ने के लिये कोई चीज (रजाई, दोहर या कोई कपड़ा) नहीं हैं , (ग) उनकी सब चीजें (लोटा, थाली, कपड़ा, किताबें आदि) हमारे यहाँ रखीं हुई हैं
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दौलत
धन, संपत्ति, क्रि॰ प्र॰—उठाना, —खर्चना, —लगाना
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द्रव्य
वस्तु, पदार्थ, चीज़, धन-सम्पत्ति, दौलत
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धन
वह वस्तु या वस्तुओं की सअष्टि जिससे किसी उपयोगी या इष्ट अर्थ की सिद्धि होती है और जो श्रम, पूँजी या समय लगाने से प्राप्त होती है विशेषतः अधिक परिमाण में संचित उपयोग को सामग्री , रुपया पैसा, जमीन, जायदाद इत्यादि , जीवनोपाय , संपत्ति , द्रव्य , दौलत , क्रि॰ प्र॰—कमाना , —भोगना , —लगाना , यौ॰—धनधान्य
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निमित्त
प्रयोजनार्थ, हेतुएँ
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पदार्थ
वाक्यों आदि में आने वाले पद (या शब्द) का अर्थ
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प्रणय
प्रेम
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प्रयोजन
कार्य, काम, अर्थ
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प्रीति
प्रेम , प्यार; हर्ष, आनंद; कामदेव की एक पत्नी का नाम
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प्रेम
वह मनोवृत्ति जिसके अनुसार किसी वस्तु या व्यक्ति आदि के संबंध में यह इच्छा होती है कि वह सदा हमारे पास या हमारे साथ रहे, उसकी वृद्धि, उन्नति या हित ही अथवा हम उसका भोग करें, वह भाव जिसके अनुसार किसी दृष्टि से अच्छी जान पड़नेवाली किसी चीज या व्यक्ति को देखने, पाने, भोगने, अपने पास रखने अथवा रक्षित करने की इच्छा हो, स्नेह, मुहब्बत, अनुराग, प्रीति
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बात
सार्थक शब्द या वाक्य, किसी वृत्त या विषय को सूचित करने वाला शब्द या वाक्य, कथन, वचन, वाणी, बोल
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महावर
लाख से बना हुआ एक प्रकार का वह लाल रंग जिससे सौभाग्यवती स्त्रियाँ अपने पैर चित्रित करतीं तथा तलुए रँगती हैं, यावक, जावक
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मामला
मुकद्दमा, कोर्ट-कचहरी के वाद; वाद-विवाद; झगड़ा; रोजगार, काम-धंधा
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रंग
मानव निर्मित वह रासायनिक तरल पदार्थ जिससे कोई चीज़ रंगी जाती है, सोहागा, राँगा नामक धातु
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रंजक
रंगसाज
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राग
प्रिय वस्तु के प्रति होने वाला मन का भाव या झुकाव, ईर्ष्या और द्वेष, प्रेम, अनुराग, मोह, अंगराग, रंग विशेषतः लाल रंग, महावर, संगीत में स्वरों के विशेष प्रकार और क्रम या निश्चित योजना से बना हुआ गीत का ढाँचा, भारतीय संगीत अनुसार छः राग।
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लक्ष्य
वह वस्तु जिसपर किसी प्रकार का निशाना लगाया जाय, निशाना
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लाख
लक्ष, सौ हजार, बहुत अधिक, चिपकाने की लाख।
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लालिमा
लाली, ललाई, अरुणता, सुर्खो
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वर्ण
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र नामक चार वर्ण
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वासना
कामना, इच्छा, हवस, हींग, गंध।
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विलास
हर्ष, आनंद, सुख, मनोरंजन,
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विषय
वह तत्व अथवा पदार्थ जिसका ग्रहण ज्ञानेंद्रियों द्वारा होता हो, जैसे —रूप, रस, गंध, स्पर्श और शब्द जिनका संबंध क्रमशः आँख, जिह्वा, नाक, त्वचा और कान से है
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विषयवस्तु
वे बातें जिनका किसी लेख, ग्रंथ आदि में विवेचन हो या जिनका विवेचन करना हो
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संपत्ति
'संपत्ति'
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साधन
निष्पादन
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सामग्री
वे पदार्थ जिनका किसी विशेष कार्य में उपयोग होता है, जैसे—यज्ञ की सामग्री
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