वृत्ति के पर्यायवाची शब्द
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आकृति
बनावट, गठन, ढाँचा
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आचरण
कोई कार्य आरंभ करके आगे बढ़ाना, अनुष्ठान
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आचार
सब्जी या फल को सुखाकर धूप में पकाते हुए तेल मशाला मिलाकर बनाया गया व्यंजन, नियम, आचरण, अनुष्ठान
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आजीव
जीविका, धंधा, पेशा
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आजीविका
वृत्ति, रोज़ी, रोज़गार, पेशा, जीवनयापन का साधन, रोज़ी-रोटी, जीवन का सहारा, जीवन निर्वाह का अवलंब, जीविका निर्वाह के लिए किया जाने वाला काम
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चरित्र
इतिवृत्त , वृत्तांत ; आचरण
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चारित्र्य
चरित्र
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चैतन्य
चित् स्वरूप, आत्मा ज्ञान
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जननेंद्रिय
वे जननांग जो बाहर से दिखाई देते हैं
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जीवनचर्या
जीवनक्रम, जीवन या ज़िंदगी जीने की शैली, रहन-सहन का तरीका
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जीविका
आजीविका , रोजी-रोटी
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झुकाव
किसी ओर लटकने, प्रवृत्त होने या झुकने की क्रिया
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टिप्पणी
किसी वाक्य या प्रसंग का अर्थ सूचित करनेवाला विवरण, टीका, ब्याख्या
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टीका
तिलक, विवाह पक्का करने की रस्म, विवाह में लड़की वाले के द्वार पर प्रथम बार पहुँचने पर दूल्हे के स्वागत की रीति
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दशा
अवस्था, स्थिति या प्रकार, हालत
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निसर्ग
प्रकृति
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प्रकृति
किसी पदार्थ या प्राणी का वह विशिष्ट भौतिक सारभूत तथा सहज व स्वाभाविक गुण जो उसके स्वरूप के मूल में होता है और जिसमें कभी कोई परिवर्तन नहीं होता, मूल या प्रधान गुण जो सदा बना रहे, तासीर
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प्रवृत्ति
सहज उन्मुखता, झुकाओ, रचि
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बनावट
बनने या बनाने का भाव, रचना, गढ़त, जैसे,—इन दोनों कुरसियों की बनावट में बहुत अंतर है
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भाष्य
सूत्रों की विशद व्याख्या, पतंजलिकृत महाभाष्य
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भृति
नौकरी , वेतन , तनख्वाह
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मनोवृत्ति
चित्तवृत्ति ; मनोविकार
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माँ
जन्म देने वाली माता
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माया
लक्ष्मी, धन, सम्पत्ति।
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मूलस्रोत
झरना, नदी आदि की मूख्य धारा या उदगम स्थान
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मूल्य
किसी वस्तु के बदले में मिलनेवाला धन, दाम, क़ीमत, भाव आदि
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रचना
हाथों से बनाकर प्रस्तुत करना, ग्रंथ आदि लिखना, सजाना, अनुरक्त होना, उत्पन्न करना, क्रम में रखना
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रुचि
एक प्रजापति जो रौज्य मनु के पिता थे
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रूप
रूपवाला, रूपवान, खूबसूरत
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रोज़गार
काम धन्धा, नौकरी पेशा,व्यवसाय।
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रोज़ी
प्रतिदिन का भोजन, ख़ुराक, रोज का खाना , नित्य का भोजन , क्रि॰ प्र॰—देना , —मिलना , यौ॰—रोजी रोजगार
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वार्त्ता
जनश्रुति , अफवाह
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वृत्तिका
जो किसी जीव या प्राणी की वृत्ति या मूल स्वभाव से उद्भूत या संबद्ध हो
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वेतन
मज़दूरी, तनख्वाह।
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व्यवहार
क्रिया, कार्य, काम
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व्याख्या
टीका, स्पष्टीकरण
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शील
आचार-विचार, चरित्र, स्वभाव, प्रवृत्ति
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सद्वृत्ति
भले और कल्याणकर कार्यों में नियोजित वृत्ति, शुभ और उत्तम वृत्ति, अच्छा चाल-चलन, शोभनीय आचार, उत्तम व्यवहार
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सेवा
दूसरे को आराम पहुँचाने की क्रिया, ख़िदमत, टहल, परिचर्या
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स्वभाव
सदा बना रहने वाला मूल या प्रधान गुण , तासीर , जैसे,—जल का स्वभाव शीतल होता है
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