वेद के पर्यायवाची शब्द
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अंबार
किसी वस्तु या अनाज का ऊँचा ढेर, राशि, अटाला, भंडार, समूह
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अनेक
एक से अधिक , बहुत , ज्यादा , असंख्य , अनगिनत
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अफ़वाह
किसी घटना का ऐसा समाचार जो प्रामाणिक न होने पर भी जन-साधारण में फैल गया हो, उड़ती ख़बर, बाज़ारू ख़बर, अपुष्ट समाचार, मिथ्या समाचार, किवदंती
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आकर
वह स्थान जहाँ से धातुओं के अयस्क आदि खोदकर निकाले जाते हैं, खान, उत्पत्तिस्थान
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आगम
आगमन
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आज्ञा
आदेश , निर्देश
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आमदनी
आय, प्रार्ति, आनेवाला धन
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आम्नाय
आभ्यास
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आय
पूरानी या पूरबी हिंदी के 'आसना' या 'आहना' (होना) क्रिया का वर्तमानकलिक रूप, (शुद्ध शब्द 'आहि' है)
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इच्छा
इच्छा, अभिलाषा, चाह, कामना, लालच
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उत्पत्ति
अस्तित्व में आने या उत्पन्न होने की अवस्था, क्रिया या भाव, आविर्भाव, उद्भव
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ओघ
समूह , ढेर
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कपट
छिपाने की दूषित मनोवृत्ति, अभिप्राय साधन के लिये हृदय की बात को छिपाने की वृत्ति , छल , दंभ , धोखा
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कर्ण
कान
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कलाप
समूह, झुंड, जैसे,—क्रियाकलाप
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कान
श्रवणेन्द्रिय
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कुल
समस्त सब, कुल गीत्र, कुटुम्ब
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कोटि
करोड़ की संख्या, एक सौ लाख की संख्या; छोटा कोट
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गण
समुदाय , 2. जत्था, झुंड ; कोटि , वर्ग ; दूत ; सेवक , नौकर ; छंदशास्त्र में तीन अक्षरों का समूह
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गुट
किसी विशिष्ट उद्देश्य से बनाया हुआ व्यक्तियों का वह छोटा दल जो किसी विशिष्ट पक्ष या मत का पोषण करने के लिए बनाया जाता है, किसी विशेष अभिप्राय से बनाया हुआ दल
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गोष्ठी
वहुत से लोगों का समूह, सभा, मंडली
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ग्राम
बस्ती, गाँव
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चक्र
पहिया , चाका
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छंद
वेद वह वाक्य जिसमें वर्ण या मात्रा की गणना के अनुसार विराम आदि का नियम हो
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छंदोबद्ध
श्लोकबद्ध, जो पद्य के रुप में हो, जैसे, छंदोंबद्ध ग्रंथ
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छल
छाली उतारा हुआ दही
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जनश्रुति
किवदन्ती, उड़न्ती, अफबाह
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ज्ञान
वस्तुओं और विषयों की वह भावना जो मन या आत्मा को हो, बोध, जानकारी, प्रतीति, क्रि॰ प्र॰—होना
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झुंड
हेड़, दल
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टोली
समूह, मण्डली, झुण्ड।
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ढेर
नीचे ऊपर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का समूह जो कुछ ऊपर उठा हुआ हो, राशि, अटाला, अंबार, गंज, टाल, क्रि॰ प्र॰—करना, —लगाना
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तंत्र
कोई कार्य करने की प्रक्रिया, प्रणाली, व्यवस्था, प्रबंध
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थोक
पूरी वस्तु साथ बेचने की क्रिया या भाव; खुदरा का विलोम
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दल
पत्ता, तुलसीदल, निमंत्रण (कथा का)
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धर्मशास्त्र
वह शास्त्र जिसमें धर्म के विषय में अध्ययन किया जाता है , किसी जनसमूह के लिये उचित आचार व्यवहार की व्यवस्था जो किसी महात्मा या आचार्य की ओर से होने के कारण मान्य समझी जाती हो , वह ग्रंथ जिसमें समाज के शासान के निर्मित्त नीति और सदाचार संबंधी नियम हों, पौराणिक ग्रंथ जैसे, मानव धर्मशास्त्र
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धार्मिक ग्रंथ
वह ग्रंथ या पुस्तक जिसमें किसी धर्म की शिक्षा हो या धर्म संबंधी ग्रंथ
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निकर
पुञ्ज, समूह, राशि
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निकाय
सङघान, संस्था
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निगम
मार्ग, पथ, रास्ता
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निचय
संचय ; समूह
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नियम
विधि या निश्चय के अनुकूल प्रातिबंध, परिमिति, रोक, पाबंदी, नियंत्रण
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निवह
समूह , समुदाय
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नीति
व्यवहार का ढंग, वह आधारभूत सिद्धान्त जिसके अनुसार कोई कार्य संचालित किया जाये; लोकाचार की पद्धति
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पद
पाँव । पैर ।; डग । पग ।; चिह्न ।; स्थान ।; प्रदेश ।; रक्षा ; निर्वाण , ८. वस्तु , ९. शब्द , १०. किसी चीज अथवा छंद आदि का चौथाई अंश, चरण, पाद , ११. वाक्य का अंश या खंड, १२. ओहदा, १३. सम्मानजनक उपाधि , १४. छंद विशेष
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पद्य
नियमित मात्राओं एवं छन्दों वाली रचना।
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पद्यमय
abounding in verse
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परिकर
दे० 'पलंग' ; परिवारी जन; समूह ; तैयारी; कमरबंद ; अर्थालंकार विशेष
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पुंज
समूहित
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पूँज
(पुंज) ढेर, टाल, कटी फसल का ढेर, गांज
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प्रकर
अगरु, अगर नामक गंध द्रव्य
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