विप्र के पर्यायवाची शब्द
-
अच्युतवास
वह वृक्ष जिसमें अत्युत अर्थात् विष्णु का निवास हो, पिपल का वृक्ष
-
अश्वत्थ
एक प्रसिद्ध बड़ा वृक्ष जो हिंदुओं तथा बौद्धों में बहुत पवित्र माना जाता है, पीपल, क्षीरद्रुम, महाद्रुम
-
कुंजराशन
पीपल वृक्ष, अश्वत्थ
-
कपीतन
अनेक वृक्षों के नाम, जैसे—अश्वत्थ, अमड़ा, शिरीष, बिल्व आदि
-
केशवालय
वासुदेव पृक्ष, पीपल
-
क्षीरद्रुम
अश्वत्थ
-
गजभक्षक
पीपल
-
गजाशन
पीपल
-
गुह्यपुष्प
पीपल
-
चैत्यवृक्ष
चैत्यतरु
-
चलदल
पीपल का वृक्ष जिसके पत्ते अधिकतर हिलते रहते हैं
-
चलपत्र
पीपल का वृक्ष, एक प्रसिद्ध बड़ा वृक्ष जो हिंदुओं तथा बौद्धों में बहुत पवित्र माना जाता है
-
चिड़िया
आकाश में उड़नेवाला जीव , वह प्राणी जिसके ऊपर उड़ने के लिये पर हों , पक्षी , पखेरू , पंछी
-
दंत
जीवों के मुँह में अंकुर के रूप में निकली हुई हड्डियों के नीचे-ऊपर की पंक्तियों में से प्रत्येक जिनसे वे कुछ खाते, किसी चीज़ को काटते या ज़मीन आदि खोदते हैं, दाँत
-
देवात्मा
देवस्वरूप, देवताओं की तरह पवित्र और शुद्ध आत्मा वाला व्यक्ति
- द्विज
-
दशन
दाँत, दंत
- दाँत
-
दान देना
अच्छी धारणा से अपनी किसी वस्तु आदि को निश्शुल्क अपने अधिकार से दूसरे के अधिकार में पहुँचाना या दूसरे को देना
-
धनुर्वृक्ष
धामिन का पेड़
-
नागबंधु
पीपल का पेड़, एक प्रसिद्ध बड़ा वृक्ष जो हिंदुओं तथा बौद्धों में बहुत पवित्र माना जाता है
-
पक्षी
चिड़िया
- पंडित
-
पढ़ना
किसी लिखावट के अक्षरों का अभिप्राय समझना , किसी पुस्तक, लेख आदि को इस प्रकार देखना कि उसमें लिखी बात मालूम हो जाय , किसी लिपि के वर्णों के उच्चारण, रूप आदि से परिचित होना, जैसे,—इस पुस्तक को मैं तीन बार पढ़ गया , संयो॰ क्रि॰—जाना , —डालना , —लेना
-
पढ़ाना
शिक्षा देना , पुस्तक की शिक्षा देना , अध्यापन करना , संयो॰ क्रि॰—डालना , —देना , यौ॰—पढ़ाना लिखाना
-
पवित्रक
कुशा
-
पिप्पल
पीपल का पेड़, अश्वत्थ
-
पीपल
बरगद की जाति का एक सिद्ध वृक्ष जो भारत में प्रायः सभी स्थानों पर अधिकता से पाया जाता है
- ब्राह्मण
-
बोधिवृक्ष
बोधितरु
-
भूतावास
संसार, दुनिया
-
मणक
एक प्रकार का बहुमूल्य रत्न
-
मैत्र
वह काल जब चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र में होता है, अनुराधा नक्षत्र, सत्ताईस नक्षत्रों में से सत्रहवाँ
-
मेधावी
बुद्धिमान, मेधायुक्त
-
मेधावी
मेघाशक्तिवाला, जिसकी धारणाशक्ति तीव्र हो
-
महाद्रुम
अश्वत्थ, पीपल
-
मांगल्य
शुभ, मंगलकारक
-
याज्ञिक
यज्ञ करने या करानेवाला
-
वृक्षराज
परजाता, पारिजात, मँझोले कद का एक वृक्ष जिसमें छोटे सुगंधित फूल लगते
-
वासुदेव
वसुदेव के पुत्र, श्री कृष्णचंद्र
-
विधु
चद्रंमा
-
शुचिद्रुम
पीपल, अश्वत्थ वृक्ष
-
शुभद
अश्वत्थ वृक्ष, पीपल का पेड़
-
श्यामल
पीपल, अश्वत्थ वृक्ष
-
सत्य
जो बात जैसी है, उसके संबंध में वैसा ही (कथन), यथार्थ, ठीक, वास्तविक, सही, यथातथ्य, जैसे,— सत्य बात, सत्य वचन
- सूत्रकंठ
-
सेव्य
सेवा के योग्य, जिसकी सेवा करना उचित हो, खिदमत के लायक, जैसे,—गुरु, स्वामी, पिता
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा