विरागी के पर्यायवाची शब्द
-
अनासक्त
जो किसी विषय में आसक्त न हो
-
अर्हत
प्रसिद्ध; विख्यात
-
उदास
जिसका चित्त किसी पदार्थ से हट गया हो, विरक्त
- उदासीन
- जितेंद्रिय
- जिन
-
तपस्वी
वह जो तप करता हो, तपस्या करनेवाला
-
तपा
तपस्वी
-
तपावंत
वह जो तपस्या करता हो, तप करने वाला, तपस्वी, तपसी
-
तपावंत
वह जो तपस्या करता हो, तप करने वाला, तपस्वी, तपसी
-
तपी
तप करनेवाला, तपस्वी, तापस, ऋषि
-
तपोधन
वह जो तपस्या के अतिरिक्त और कुछ भी न करता हो, तपस्वी
-
त्यागी
जिसने सब कुछ त्याग दिया हो, स्वार्थ या सांसारिक सुख को छोड़नेवाला, विरक्त
-
तापस
तेजपात
-
निर्लिप्त
राग-द्वेष आदि से मुक्त, जो किसी विषय में आसक्त न हो, सांसारिक माया-मोह से रहित
-
निस्पृह
जिसे किसी प्रकार का लोभ या लालसा न हो
-
पराङमुख
मुँह फेरे हुए, विमुख
-
परिव्राजक
'परिव्राज'
-
फ़क़ीर
भीख माँगने वाला व्यक्ति, भीख माँगनेवाला , भिखमंगा , भिक्षुक, भिखारी, मंगता, निर्धन
-
भिक्षु
भीख माँगनेवाला, भिखारी
-
मुक्त
(धार्मिक क्षेत्र में) जिसे मोक्ष प्राप्त हो गया हो, जिसे मुक्ति मिल गई हो, जो सांसारिक बंधनों और आवागमन आदि से छूट गया हो
-
मुनि
आध्यात्मिक और भौतिक तत्वों का ज्ञाता, परम बुद्धिमान, दूरदर्शी, सच्चरित्र और त्यागी व्यक्ति, वह जो मनन करे , ईश्वर, धर्म और सत्यासत्य आदि का सूक्ष्म वितचार करनेवाला व्यक्ति , मनन- शील महात्मा , जैसे, अंगिरा, पुलस्त्य, भृगु, कर्दम, पंचशिख आदि
-
मस्करी
वह जो चौथे आश्रम में हो, संन्यासी
-
यती
रोक, रुकावट
- योगी
- वैरागी
- विगतराग
-
विमुख
मुखरहित, जिसके मुँह न हो
-
विरक्त
जो अनुरक्त न हो, जिसका जी हटा हो, जिसे चाह न हो, जिसकी किसी पर आसक्ति न रह गई हो, विमुख
-
विरत
जो अनुरक्त न हो, जिसे चाह न हो, जिसका मन हटा हो, विमुख, जैसे,—स्त्री या भोग विलास से विरत होना
-
वीतराग
वह जिसने राग या आसक्ति आदि का परित्याग कर दिया हो, वह जो निस्पृह हो गया हो, ऐसा व्यक्ति जिसने सांसारिक आसक्ति का परित्याग कर दिया हो, साधु, संत, महात्मा
-
वीतरागी
वासनारहित व्यक्ति
-
सज्जन
भला आदमी, सत्पुरुष, शरीफ
-
संत
साधु, संन्यासी, विरक्त या त्यागी पुरुष, महात्मा
-
संन्यासी
वह जो संन्यास आश्रम में हो , संन्यास आश्रम में रहने और उसके नियमों का पालन करनेवाला
-
सभ्य
भययुक्त
-
साधु
' साधु ' का सम्बोधन कारक का रूप
-
साधू
धार्मिक पुरूष, सन्त, सज्जन
-
साधक
वह जो आध्यात्मिक या धार्मिक क्षेत्र में फल-प्राप्ति के उद्देश्य से किसी प्रकार साधना में लगा हुआ हो, योगी, तप करने वाला तपस्वी
-
सिद्ध
जिसका साधन हो चुका हो, जो पूरा हो गया हो, जो किया जा चुका हो, सपन्न, संपादित, निबटा हुआ, अंजाम दिया हुआ, जैसे,—कार्य सिद्ध होना
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा