विषय के पर्यायवाची शब्द
-
अजिर
आँगन, सहन
-
अनुभाग
किसी विभाग के अंतर्गत कोई छोटा विभाग
-
अभिधेय
अभिधा शक्ति से बोध्य (अर्थ), प्रतिपाद्य, वाच्य
-
अभिधान
नाम, लक़ब, उपाधि, संज्ञा,
-
अभिप्राय
आशय, मतलब, अर्थ, तात्पर्य, गरज
- अर्थ
- अवसर
-
आँगन
घर के भीतर का वह चौखुटा स्थान जिसके चारों ओर कोठरियाँ और बरामदे हों, घर के भीतर का सहन, चौक, अजिर, अँगना
- आचार
-
आसक्ति
अनुरक्ति, लिप्तता, आसक्त होने की क्रिया अवस्था या भाव
-
इच्छा
एक मनोवृत्ति जो किसी ऐसी वस्तु की प्राप्ति की ओर ध्यान ले जाती है जिससे किसी प्रकार के सुख की संभावना होती है , कामना , लालसा , अभिलाषा , चाह , ख्वाहिश
- इंद्रिय
- इबारत
- उद्देश्य
-
ऐंद्रिय
जिसका संबंध इंद्रियों से हो, इंद्रियों से संबंध रखने वाला, ऐंद्रियक
-
कथनीय
कहने योग्य, वर्णनीय
-
कथ्य
कहने योग्य, कथनीय, जो कहना उचित हो
-
कथानक
कथा, कहानी, किस्सा
-
क्रीड़ा
कल्लोल, केलि, आमोद-प्रमोद, खेलकूद
- केलि
-
कामकेलि
स्त्री-पुरुष का समागम, रतिक्रिया, कामक्रीड़ा
-
ख़ूबी
भलाई, अच्छाई, अच्छापन, उम्दगी
-
गमन
एक स्थान से दूसरे स्थान को जाने की क्रिया, प्रस्थान, चलना, यात्रा करना
-
गोचर
जिसका ज्ञान इंद्रियों द्वारा हो सके
-
घटना
उपस्थित होना, वाकै होना, होना, जैसे,—वहाँ ऐसी घटना घटी कि सब लोग आश्चर्य में आ गए
-
घर्षण
रगड़, घिस्सा
- चत्वर
- चरित
- चरित्र
-
चिह्न
वह लक्षण जिससे किसी चीज की पहचान हो, निशान
-
निधुवन
स्त्री आदि के साथ पुरुष आदि का समागम, मैथुन
- निशानी
- पदार्थ
-
प्रकरण
उत्पन्न करना , अस्तित्व में लाना
-
प्रत्यक्ष
जो देखा जा सके, आँख से दिखाई देने वाला, जो आँखों के सामने हो, दृष्टिगोचर
-
प्रतिपाद्य
प्रतिपादन के योग्य, निरूपण करने के योग्य, कहने के योग्य, समझाने के योग्य
-
प्रसंग
विवेचन विषय अथवा बातचीत का वह पहले वाला अंश जिसके संबंध में अब कुछ और कहा जा रहा हो, विवेच्य विषय का स्वरूप और परंपरा
-
परिच्छेद
काटकर विभक्त करने का भाव , कंड या टुकड़े करना , विभाजन
-
परिचय
किसी विषय या वस्तु के संबंध की प्राप्त की हुई अथवा मिली हुई जानकारी , ज्ञान , अभिज्ञता , विशेष जानकारी , किसी व्यक्ति के नाम, धन, गुण तथा कार्य आदि से संबंध रखने वाली बातें; पहचान; (इंट्रोडक्शन), जैसे,—थोड़े दिनों से मुझे भी उनके स्वभाव का परिचय हो गया है
-
परिभाषा
स्पष्ट या संशयरहित कथन या बात, परिष्कृत भाषण
-
परिभोग
बिना अधिकार के परकीय वस्तु का उपभोग
-
परिरंभण
'परिरंभ'
-
परिष्वंग
अलिंगन
-
पहचान
पहचानने की क्रिया या भाव, यह ज्ञान कि यह वही व्यक्ति या वस्तु विशेष है जिसे मैं पहले से जानता हूँ, देखने पर यह जान लेने की क्रिया या भाव कि यह अमुक व्यक्ति या वस्तु है
-
बात
सार्थक शब्द या वाक्य, किसी वृत्त या विषय को सूचित करने वाला शब्द या वाक्य, कथन, वचन, वाणी, बोल
- बाबत
-
बारे में
सम्बंध में
-
भोग
भोगने की अवस्था, क्रिया या भाव
-
मज़मून
किसी विषय का वह सविस्तार विवेचन जिसमें उससे संबंध रखने वाले अनेक मतों, विचारों, मंतव्यों आदि का तुलनात्मक और पांडित्यपूर्ण विवेचन हो, वह विषय जिस पर कुछ कहा या लिखा जाए
-
मज़मून
किसी विषय पर गद्य के रूप में लिखकर प्रकट किए हुए विचार जो किसी प्रकाशन का स्वतंत्र हिस्सा होता है
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा