यत्न के पर्यायवाची शब्द
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इच्छा
अभिलाषा, लालख, चाह, आकांक्षा
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उद्यम
वह कार्य जो कोई उद्देश्य सिद्ध करने के लिए किया जाए, प्रयास, प्रयत्न
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उद्योग
कारख़ाना (इंडस्ट्री)
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उपक्रम
पोषित प्रतिष्ठान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, उद्यम
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उपाय
वह कार्य या प्रयत्न जिससे अभीष्ट तक पहुँचा जाए, पास पहुँचना, निकट आना
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ऐश्वर्य
धन-संपत्ति, वैभव, विभूति
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कष्ट
क्लेश, दुःख
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कांति
पति, शौहर
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कीर्ति
ख्याति, यश
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केलि
खेल , क्रीड़ा
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कोशिश
उद्यम, प्रयास; श्रम
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चंद्र
चंद्रमा, चाँद
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चेष्टा
अंगों का हिलना-डोलना, गति , हरकत ; भाव भंगी, मन का भाव बताने वाली गति
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ज्ञान
वस्तुओं और विषयों की वह भावना जो मन या आत्मा को हो, बोध, जानकारी, प्रतीति, क्रि॰ प्र॰—होना
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थकावट
थक जाने का भाव, थकावट, शिथिलता, असमर्थता
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धर्म
किसी व्यक्ति के लिए निश्चित किया गया कार्य-व्यापार; कर्तव्य
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परिश्रम
परिश्रमी, मेहनती
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पसीना
शरीर में मिला हुआ जल जो अधिक परिश्रम करने अथवा गरमी लगने पर सारे शरीर से निकलने लगता है । प्रस्वेद । स्वेद । श्रमवारि । विशेष—पसीना केवल स्तनपायी जीवों को होता है । ऐसे जीवों के सारे शरीर में त्वचा के नीचे छोटी छोटी ग्रंथियाँ होती हैं जिनमें से रोमकूपों में से होकर जलकणों के रूप में पसीना निकलता है । रासायनिक विश्लेषण से सिद्ध होता है कि पसीने में प्रायः वे ही पदार्थ होते हैं जो मूत्र में होते हैं । परंतु वे पदार्थ बहुत ही थोड़ी मात्रा में होते हैं , पसीने में मुख्यतः कई प्रकार के क्षार, कुछ चर्बी और कुछ प्रोटीन (शरीरधातु) होती है , ग्रीष्मऋतु में व्यायाम मा अधिक परिश्रम करने पर, शरीर में अधिक गरमी के पहुँचने पर या लज्जा, भय, क्रोध, आदि गरहे आवेगों के समय अथवा अधिक पानी पीने पर बहुत पसीना होता है , इसके अतिरिक्त जब मूत्र कम आता है तब भी पसीना अधिक होता है , औषधों के द्वारा अधिक पसीना लाकर कई रोगों की चिकित्सा भी की जाती है , शरीर स्वस्थ रहने की दशा में जो पसीना आता है, उसका न तो कोई रंग होता है और न उसमें कोई दुर्गंध होती है , परंतु शरीर में किसी भी प्रकार का रोग हो जाने पर उसमें से दुर्गंध निकलने लगती हैं , क्रि॰ प्र॰—आना , —छूटना , —निकलना , —होना
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प्रयत्न
वह क्रिया जो किसी कार्य को विशेषतः कुछ कठिन कार्य को पूरा करने के लिए की जाए, वह शारीरिक या मानसिक चेष्टा जो किसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए की जाती है, विशेष यत्न, प्रयास,अध्यवसाय, चेष्टा, कोशिश
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प्रयास
प्रयत्न, उद्योग, कोशिश
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प्रेम
वह मनोवृत्ति जिसके अनुसार किसी वस्तु या व्यक्ति आदि के संबंध में यह इच्छा होती है कि वह सदा हमारे पास या हमारे साथ रहे, उसकी वृद्धि, उन्नति या हित ही अथवा हम उसका भोग करें, वह भाव जिसके अनुसार किसी दृष्टि से अच्छी जान पड़नेवाली किसी चीज या व्यक्ति को देखने, पाने, भोगने, अपने पास रखने अथवा रक्षित करने की इच्छा हो, स्नेह, मुहब्बत, अनुराग, प्रीति
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भग
भगो, भाग जाओ, हटो, हट जाओ
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मशक़्क़त
toil, hard labour
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महात्म्य
'माहात्म्य'
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मेहनत
श्रम, परिश्रम, विशेषतः शारीरिक परिश्रम, मानसिक परिश्रम
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मोक्ष
किसी प्रकार के बंधन से छूट जाना, बंधन से मुक्त, मोचन, छुटकारा
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लावण्य
लवण का धर्म या भाव, नमकपन,लवणत्व
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वैराग्य
मन की वह वृत्ति जिसके अनुसार संसार की विषयवासना तुच्छ प्रतीत होती है और लोग संसार की झंझटें छोड़कर एकांत में रहते और ईश्वर का भजन करते हैं, विरक्ति
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श्रम
किसी कार्य के संपादन में होने वाला शारीरिक अभ्यास, शरीर के द्वारा होने वाला उद्यम, परिश्रम, मेहनत, मशक़्क़त
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श्री
धन की अधिष्ठात्री देवी जो विष्णु की पत्नी कही गई हैं, विष्णु की पत्नी, लक्ष्मी , कमला
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संपन्नता
भरा पूरा या संपन्न होने का भाव, युक्तता
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सूर्य
अंतरिक्ष में पृथ्वी, मंगल, शनि आदि ग्रहों के बीच सबसे बड़ा ज्वलंत पिंड जिसकी सब ग्रह परिक्रमा करते हैं, वह बड़ा गोला जिससे पृथ्वी आदि ग्रहों को गरमी और रोशनी मिलती है, सूरज, दिनकर, प्रभाकर, आफ़ताब, आदित्य, भानु, भाष्कर, दिवाकर
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सौंदर्य
सुन्दरता, शोभा
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सौभाग्य
आनंद, प्रसन्नता ; ऐश्वर्य ; अच्छा भाग्य
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स्वामी
मालिक, पति, प्रभु राजा
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स्वेद
घाम
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