अगूढ़

अगूढ़ के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अगूढ़ के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • जो गूढ़ न हो, छिपा न हो, प्रत्यक्ष, प्रकट
  • सरल, आसान

    उदाहरण
    . ऊँचे चढ़ि टेरि टेरि, हारी हम हेरि हेरि, मूढ़ भये ढूढ़न अगूढ़ गूढ़ ग्रहचर।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • अलंकार में गुणीभूत व्यंग्य के आठों भेदों में से एक

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