angraag meaning in braj
- स्रोत - संस्कृत
- देखिए - अंगराग
अंगराग के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
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शरीरांगों को रंजित करने का सुगंधित द्रव्यों का लेप, चंदन
उदाहरण
. परम परब पाइ, न्हाइ जमुना के नीर पूरि कै प्रबाह अंगराग के अगर त । - विशेषत : 5 अंगों को रंजित करने की परंपरा—1. माँग में सिंदूर भरना, भाल पर खौर, गाल या चिबुक पर तिल बनाना, उरस्थल पर केसर मलना, हाथों में मेंहदी लगाना
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