अनहार

अनहार के अर्थ :

  • स्रोत - हिंदी

अनहार के ब्रज अर्थ

विशेषण, सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, सकर्मक

  • एक रूप रुचि अनुहरत, सदृश, तुल्य, समान

    उदाहरण
    . हरि बल सोभित इहि अनुहार।

  • चेहरा-मोहरा मुखानी, रूप, आकृति
  • रूप-भेद, प्रकार

    उदाहरण
    . मुग्धा मध्या प्रौढ़ गनि, तिनके तीनि बिचार एक एक की जानिए चार चार अनुहार।


  • तुल्य करना, सदृश करना, समान करना

    उदाहरण
    . देखि री हरि के चंचल तारे, कमल मीन कों कहै ऐती छबि, खंजन दृगन जात अनुहारे।


संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • चेहरा-मोहरा मुखानी, रूप, आकृति
  • रूप-भेद, प्रकार

    उदाहरण
    . मुग्धा मध्या प्रौढ़ गनि, तिनके तीनि बिचार एक एक की जानिए चार चार अनुहार।

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली।

रजिस्टर कीजिये

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा