अर्धांग

अर्धांग के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • देखिए - अर्द्धंग

अर्धांग के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • देखिए : 'अर्द्धंग'
  • एक विशेष प्रकार का लकवा या वायु-रोग जिसमें आधा शरीर बेकाम और शून्य होकर जड़ीकृत सा हो जाता है, फ़ालिज, पक्षाघात

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