अटक

अटक के अर्थ :

अटक के ब्रज अर्थ

विशेषण, क्रिया, स्त्रीलिंग

  • उलझन , रोक , रुकावट , अडचन , बाधा

    उदाहरण
    . घाट बाट कहुँ अटक होइ नहि सब कोउ देहि निवाहि।

  • संकोच , हिचक
  • अकाज , हर्ज
  • बड़ी आवश्यकता

    उदाहरण
    . ऊधो काहे को आए कौन सी अटक परी

  • रुकना, उलझना , फंस जाना

    उदाहरण
    . जिन महे अटकत बिबुध विमाना। पं०६६/४० अट' पर दुःख पायौ ।

  • ध्यान-मग्न होना

    उदाहरण
    . अटक रहे कित कामरत नागर नंदकिसोर ।

  • प्रेम में फंसना , प्रीति करना

    उदाहरण
    . फिरत जु अटकत कटनि बिनु, रसिक सुरस न खियाल ।

  • झगड़ना

    उदाहरण
    . जब गजराज ग्राह सौं अटक्यौ, बली बहुत उ


अकर्मक क्रिया

  • बीच में रुक जाना, उलझना , फंस जाना

    उदाहरण
    . सूर सनेह ग्वालि मन अॅटक्यौ, अन्तर प्रीति जाति नहि तोरी।

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