bhiimrathii meaning in braj

भीमरथी

भीमरथी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

भीमरथी के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • शस्य पर्वत से निकलने वाली एक सरिता जिसके जल में स्नान करने का बड़ा माहात्म्य है ; मनुष्य की वह अवस्था विशेष जो उसके सतहत्तर वर्ष के सातवें मास सातवीं रात्रि को होती है, इसे पुण्यात्मा हो पार कर पाते हैं

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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