bhog meaning in braj
भोग के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया
- भुगतना, फल पाना
- सहन करना
- सुख दुःख का अनुभव करना
- संभोग करना
संज्ञा, पुल्लिंग
-
पाप पुण्य के अनुसार सुख दुःख की प्राप्ति
उदाहरण
. जैसोइ बोइए तैसोइ लुनिऐ कर्मन भोम अभागे। - नैवेद्य
- मैथुन
- साँप का फन
- सर्प
- गृह
- पालन
- भक्षण
- शरीर
- मान, परिमाण
- शुभ-अशुभ कर्मों का फल
- प्रारब्ध
- सैनिक व्यूह विशेष
- कवि द्वारा कविता में दी जाने वाली अपने नाम की छाप
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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