छोह

छोह के अर्थ :

  • अथवा - छो, छोहु

छोह के ब्रज अर्थ

अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, अकर्मक

  • स्नेह , प्रीति

    उदाहरण
    . कियो कौन पर छोहु ।

  • दया , ममता ; क्षोभ

    उदाहरण
    . दुज मम उपज्यो छोह ।

  • क्रोध

    उदाहरण
    . छोह भर्यो लोह ।

  • स्नेह करना; क्षुब्ध होना ; भूलना ; मोहित होना

    उदाहरण
    . कोटि मदन-मन छोहै।

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