ghosh meaning in braj
घोष के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, अकर्मक
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अहीरों की बस्ती ; अहीर
उदाहरण
. घोष जन दृग करषि करन पंगे । -
गोशाला; तट , किनारा; स्वर , नाद
उदाहरण
. बात बात ही मै मंजु घोष बरसति है । -
कोलाहल , शोर
उदाहरण
. होन लग्यो ब्रज गलिन में, हुरिहारन को घोष । -
जाना, फैलना
उदाहरण
. राधे रूप की घटा घोषत चात्रिग मदन गोपाल ।
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