ho meaning in braj
हो' के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- हंसने का शब्द
- वहाँ , उस ठौर
अकर्मक क्रिया
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सत्ता, अस्तित्व सूचक क्रिया , उपस्थित या विद्यमान रहना , अस्तित्व मे आना
उदाहरण
. –ताकी प्रभुता जाति कही नहि ऐसी भई न होनी।
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संबोधनात्मक अव्यय
उदाहरण
. जहाँ जहें सुमिरे हरि जिहि विधि, तहाँ तैसे उठि धाए हो।
पुल्लिंग
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अशर्फी
उदाहरण
. पीरी पीरी होने तुम देत हो मंगाय हमैं ।
क्रिया-विशेषण
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जोर देकर बुलाने का शब्द विशेष
उदाहरण
. हो हो हो हो होरी अति सुख प्रीति प्रगट भई।
अकर्मक क्रिया
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होने का भूतकालिक रूप , हो
उदाहरण
. नई न करन कहत प्रभु तुम हो सदा गरीबनिवाज।
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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