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1.
इष्टापूर्त
यज्ञ कर्म , लोकोपकारार्थ-कूप खनन, मन्दिर निर्माण, तालाब, धर्मशाला के निर्माण आदि का कार्य
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2.
इष्टापत्ति
प्रतिवादी द्वारा दिया गया ऐसा दोष जिससे वादी की कोई हानि न हो प्रत्युत वह उससे अभिप्रेत हो
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3.
इष्टापत्ति
वादी के कथन में प्रतिवादी की दिखाई हुई ऐसी आपत्ति जो उक्त कथन में किसी प्रकार का व्याघात या अंतर न ड़ाल सके और जिसे अनुकूल होने से वादी स्वीकार कर ले, जैसे, वादी ने कहा- जीव ब्रह्म है, प्रतिवाद ने कहा— तो ब्रह्म भी जगत की झूठी कल्पना करके झूठा हुआ, वादी— हो, इससे क्या हानि
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4.
इष्टापूर्ति
'ईष्टापुर्त'
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5.
इष्टापूर्त्त
अग्निहोत्र करना, कुआँ, तालाब खुदाना, बगीचा, लगवाना आदि शुभ कर्म