जाग

जाग के अर्थ :

जाग के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • यज्ञ , याग

    उदाहरण
    . तो ते आज जग जग जप तप जाग हैं ।


स्त्रीलिंग

  • स्थान , जगह ; गृह , भवन

अकर्मक क्रिया, अकर्मक

  • जागना , उठना , सचेत होना

    उदाहरण
    . नेकहू न जागे सोइ रहे रजधनी सों ।

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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