महाकाव्य

महाकाव्य के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - महाँकाब्य

महाकाव्य के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • सर्गबद्ध रचना, इसमें आठ सर्ग या अध्याय होते हैं, इसका नायक देवता, राजा अथवा धीरोदात्त गुण संपन्न क्षत्रिय होता है, इसमें शृंगार, वीर, शांत रसों में से किसी एक रस की प्रधानता होती है, बीच-बीच में अन्य रसों का समावेश आवश्यक होता है

  • सर्गबद्ध रचना, इसमें आठ सर्ग या अध्याय होते हैं, इसका नायक देवता, राजा अथवा धीरोदात्त गुण संपन्न क्षत्रिय होता है, इसमें शृंगार, वीर, शांत रसों में से किसी एक रस की प्रधानता होती है, बीच-बीच में अन्य रसों का समावेश आवश्यक होता है

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली।

रजिस्टर कीजिये

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा