maTak meaning in braj
मटक के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया
- नखरे से चलना, नखरे से हिलना डोलना; आँख घुमाना; आँख, भृकुटी और हाथ की उँगली को इस प्रकार हिलाना, डुलाना जिससे नखरा जान पड़े; हटना , लोटना ; विचलित होना
स्त्रीलिंग
-
गति , चाल, मटकने की क्रिया
उदाहरण
. उ-लटकत मुकुट मटक भौहनि की चटकत चलत मंद मुसुकात।
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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