phur meaning in braj
फुर के ब्रज अर्थ
विशेषण
- सच्चा , सत्य
- वस्तुतः
अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग
-
स्फुरण
उदाहरण
. स्वेद कंप, रोमांच फुर, अस्र पात जंभात । -
स्फुरित होना , प्रकट होना
उदाहरण
. फुरै न कछु उद्योग जहें । -
सत्य सिद्ध होना; आशय समझ में आना; असर डालना
उदाहरण
. कछु मंत्र न फुरई।
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