सूख

सूख के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

सूख के ब्रज अर्थ

अकर्मक क्रिया, अकर्मक

  • गोलापन न रहना; रसहीन होना; उदास होना; नष्ट हो जाना ; डरना

    उदाहरण
    . सूखत जानि सिवाजू के तेज.तें पान से फेरत भू० ४६४/२१९

  • दुबला होना, औरंग सूबा

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