उपादान

उपादान के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

उपादान के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • ग्रहण , प्राप्ति , स्वीकार; बोध, ज्ञान ; अपने अपने विषयों से इन्द्रियों की निवृत्ति; वह कारण जो स्वयं कार्य का रूप धारण करे; प्रवृत्तिजनक ज्ञान

पुल्लिंग

  • ग्रहण , प्राप्ति , स्वीकार; बोध, ज्ञान ; अपने अपने विषयों से इन्द्रियों की निवृत्ति; वह कारण जो स्वयं कार्य का रूप धारण करे; प्रवृत्तिजनक ज्ञान

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली।

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