उपादान

उपादान के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

उपादान के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • ग्रहण , प्राप्ति , स्वीकार; बोध, ज्ञान ; अपने अपने विषयों से इन्द्रियों की निवृत्ति; वह कारण जो स्वयं कार्य का रूप धारण करे; प्रवृत्तिजनक ज्ञान

पुल्लिंग

  • ग्रहण , प्राप्ति , स्वीकार; बोध, ज्ञान ; अपने अपने विषयों से इन्द्रियों की निवृत्ति; वह कारण जो स्वयं कार्य का रूप धारण करे; प्रवृत्तिजनक ज्ञान

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

बेहतर और सरल अनुभव के लिए हिन्दवी डिक्शनरी ऐप

डाउनलोड कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा