ruuhii meaning in hindi
रूही के हिंदी अर्थ
हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग
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                                                                        रोम, लोम, रोआँ
                                                                                
उदाहरण
. वै ब्रह्मा । विष्णु महेश प्रलै मैं जिसदी पुसै न रूही । 
देशज ; संज्ञा, स्त्रीलिंग
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                                                                        एक प्रकार का वृक्ष ,  अर्कमूल ,  चौरी ,  ईसर मूल
                                                                                
विशेष
. रूही का वृक्ष हिमालय पर्वत के नीचे रावी नदी के पूर्व में तथा मध्यभारत और मद्रास प्रांत में पाया जाता है । इसे चौरी और मामरी भी कहते हैं । इसकी छाल देशी औषधियों में काम आती है और जड़ साँप काटने की ओषधि मानी जाती है । इसकी लकड़ी तौल में प्रति धनफुट २७ सेर तक होती है । यह बहुत मजबूत और चिकनी होती है । रंग देने और वार्निश करने से इसपर बहुत अच्छी चमक आती है । इससे मेज, कुरसी, आलमारी और तसवीर के चौखटे बनाए जाते हैं । यह वृक्ष बीज से बरसात में उगता है । इसको संस्कृत में 'अहिगंधा' कहते हैं । इसकी पत्तियाँ उत्तेजक और कटु होती हैं । इसकी छाल पेट की पीड़ा और अँतरिया ज्वर में दी जाती है । इसकी मात्रा ३ माशे से ६ माशे तक है । यह मधु के साथ कुष्ठ रोग में और काली मिर्च के साथ पीसकर विशूचिका तथा अतिसार में दी जाती है । इसे वैद्य लोग ईसरमूल, अर्कमूल और रूहीमूल कहते हैं । 
रूही के तुकांत शब्द
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