laaTaanupraas meaning in hindi
लाटानुप्रास के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वह शब्दालकार जिसमें शब्दों की पुन- रुक्ति तो होती है, परंतु अन्वय में हेरफेर करने से तात्पर्य भिन्न हो जाता है, जैसे,—पीय निकट जाके नहीं, धाम चाँदनी ताहि, पीय निकट जाके, नहीं घाम चाँदनी ताहि, दे॰ 'लाट ४—३'
लाटानुप्रास के तुकांत शब्द
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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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