बकुल

बकुल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

बकुल के कुमाउँनी अर्थ

  • एक सफेद पत्तों वाला खरपतवार जो बंजर भूमि में उगता है; ऊँचाइयों पर उगने वाली विनाशकारी झाड़ी जिसमें पीले मटमैले फूल निकलते हैं;
  • बंजर हो जाना भी है, अतः एक अपशब्द के रूप में इसका अर्थ उजड़ जाना है; तथापि बदरीनाथ धाम में जब अन्य पुष्प नहीं उपलब्ध हो पाते हैं तो इसी पुष्प से पूजा की जाती है और प्रसादी भी इसी की मिलती है

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