बहल

बहल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

बहल के मगही अर्थ

अकर्मक क्रिया

  • तरल पदार्थ का एक ओर टघरना या फैलना; हवा आदि प्रवाहित होना; हल आदि में बैलों का जुतना और चलना; पानी की धारा में आगे जाना; व्यर्थ का व्यय होना; कान, नाक आदि से तरल मैल नेटा निकलना; तराजु का अस्थिर होना; सही तौल देने वाला न होना; मवेशी का पालखाना, बाहल; बु

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हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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