बहल

बहल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

बहल के मगही अर्थ

अकर्मक क्रिया

  • तरल पदार्थ का एक ओर टघरना या फैलना; हवा आदि प्रवाहित होना; हल आदि में बैलों का जुतना और चलना; पानी की धारा में आगे जाना; व्यर्थ का व्यय होना; कान, नाक आदि से तरल मैल नेटा निकलना; तराजु का अस्थिर होना; सही तौल देने वाला न होना; मवेशी का पालखाना, बाहल; बु

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

बेहतर और सरल अनुभव के लिए हिन्दवी डिक्शनरी ऐप

डाउनलोड कीजिए

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा