-
1.
छाया
प्रतिबिम्ब, छाया, छाट, वृक्ष की छाया, पवन आवेश।
-
2.
छाया
प्रकाश का अभाव जो उसकी किरणों के व्यवधान के कारण किसी स्थान पर होता है , उजाला डालने वाली वस्तु और किसी स्थान के बीच कोई दूसरी वस्तु पड़ जाने के कारण उत्पन्न कुछ अंधकार या कालिमा , वह थोड़ी थोड़ी दूर तक फैला हुआ अँधेरा जिसके आस पास का स्थान प्रकाशित हो , साया , जैसे, पेड़ की छाया, मंडप की छाया
-
3.
छाँ
'छाँह'
-
4.
छाना
किसी वस्तु के सिरे या ऊपर के भाग पर कोई दूसरी वस्तु इस प्रकार रखना या फैलाना जिसमें वह पूरा ढक जाय, ऊपर से आच्छादित करना, ढकना, संयो॰ क्रि॰—देना, —लेना
-
5.
छाप
ढेर मालपुआ की छाप, विपुल मात्रा में किसी वस्तु का होना, छापा लगाना, छापने से पड़ा हुआ निशान, चिह्न, मुद्रा, अंक, मुहर, सील।