साँझी

साँझी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • देखिए - साँजी

साँझी के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग

  • मंदिरों में भूमि पर रंगीन चूर्णों से बनाई गई बेल बूटों की सजावट, क्वाँर मास में कुमारी कन्याओं द्वारा बनाई जाने वाली सँजा की आकृतियाँ, मालवी कुमारिकाओं का व्रतोपवास, चित्रावण कला, एक लोकपर्व, इसे सँजासाँजा साँझीसाँजुलि आदि नामों से भी पुकारा जाता है। ब्र

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