अ के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अ के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • ह्रस्व स्वर ध्वनि
  • देवनागरी वर्णमाला का प्रथम वर्ण
  • वर्णमाला के व्यंजन लेखन में 'अ' ध्वनि सन्निहित रहती है, यथा-क (क्+अ)

अ के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun

  • the first letter and the first vowel of the Devna:gri: alphabet
  • a prefix signifying negation or absence (of something) as असुंदर, अस्पष्ट
  • see अन्

अ के हिंदी अर्थ

वरदहस्त

संज्ञा

  • संस्कृत और हिंदी वर्णमाला का पहला अक्षर, इसका उच्चारण कंठ से होता है इससे यह कंठ्य वर्ण कहलाता है, व्यंजनों का उच्चारण इस अक्षर की सहायता के बिना अलग नहीं हो सकता इसी से वर्णमाला में क, ख, ग आदि वर्ण अकार-संयुक्त लिखे और बोले जाते हैं

    विशेष
    . अक्षरों में यह सबसे श्रेष्ठ माना जाता हैं। उपनिषदों में इसकी बड़ी महिमा लिखी है। गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है—'अक्षराणामकारोस्मि'। वास्तव में कंठे खुलते ही बच्चों के मुख से यह अक्षर निकलता है। इसी से प्रायः सब वर्णमालाओं में इसे पहला स्थान दिया गया है। वैयावरणों ने मात्राभेद से तीन प्रकार का माना है, ह्रस्व जैसे— अ; दीर्घ जैसे—आ;प्लुत जैसे — अ३। इन तीनो में से प्रत्येक के दो-दो भेद माने गए हैं; सानुनासिक और नीरनुनासिक। सान्-नासिक का चिह्न चंद्रबिदुँ है। तंत्रशास्त्र के अनुसार यह वर्णमाला का पहला आक्षर इसलिए है कि यह सृष्टि उत्पन्न करने के पहले सृष्टिवर्त की आकुल अवस्था की सूचित करता है।

    उदाहरण
    . अ का उच्चारण कंठ से होता है इसलिए इसे कंठ्य वर्ण कहते हैं।


प्रत्यय, उपसर्ग

  • संज्ञा और विशेषण शब्दों के पहले लगकर यह उनके अर्थों में फेरफार करता है, जिस शब्द के पहले यह लगाया जाता है उस शब्द के अर्थ का प्रायः अभाव सूचित करता है

    उदाहरण
    . अकर्म, अन्याय, अचल।

  • कहीं कहीं संज्ञा और विशेषण शब्दों के साथ यह अक्षर, शब्दों के अर्थ को दूषित भी करता है

    उदाहरण
    . अभागा, अकाल, अदिन।

  • स्वर से आरंभ होने वाले शब्दों के पहले जब इस अक्षर को लगाना होता है तब उसे 'अन्' कर देते हैं

    उदाहरण
    . अनंत, अनेक अनीश्वर।

  • हिंदी में कभी व्यंजन के पहले भी 'अन्' के 'न्' को सस्वर 'न' करके 'अन' लगा देते हैं

    उदाहरण
    . अनबन, अनरीति, अनहोनी आदि।


प्रत्यय

  • हिंदी में पूर्व प्रत्यय के रूप में बहुप्रयुक्त वर्ण, पूर्व प्रत्यय के रूप में प्रयुक्त होकर प्रायः मूल शब्द के अर्थ का नकारात्मक अथवा विपरीत अर्थ देता है

    उदाहरण
    . प्रिय, न्याय, नीति आदि।

  • न्यत्र मूल शब्द के भाव के पूर्ण न होने की स्थिति दर्शाता है

    उदाहरण
    . दृश्य, कर्म।

  • पूर्व प्रत्यय की एक अन्य विशेषता यह भी है कि वह मूल शब्द के भाव के आधिक्य को सूचित करता है

    उदाहरण
    . घोर आदि।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • विष्णु
  • शिव
  • ब्रह्मा
  • विराट
  • इंद्र
  • वायु
  • कुबेर
  • अग्नि
  • विश्व
  • सरस्वती
  • अमृत
  • कीर्ति
  • ललाट
  • प्रणव
  • यम
  • प्राण

अ के अंगिका अर्थ

विस्मयादिबोधक, असमापिका

  • ई अंगिका, भाषा रों मौलिक ध्वनि छेकय, एकरों उच्चारण स्थान कंठ छेकय, प्रयत्न की दृष्टि से ई अर्द्ध संवृत मध्य ह्रस्व छेकय, हैय स्वर की सहायता से क, ख, ग, घ, आरू सीनि व्यंजन लिखलों जाय छै

  • 'अ' अंगिका और हिंदी वर्णमाला का पहला अक्षर है उच्चारण स्थान कंठ होने से कंठ्य वर्ण कहलाता है, इस स्वर कीसहायता से क ख़ग आदि व्यंजन लिखेऔर बोले जाते हैं

अ के कन्नौजी अर्थ

पूर्वसर्ग

  • देवनागरी वर्णमाला का प्रथम अक्षर तथा स्वर वर्ण, इसका उच्चारण स्थान कंठ है
  • व्यंजन वर्णों का उच्चारण इस अक्षर की सहायता के बिना नहीं हो सकता, इसलिए 'क' 'ख' आदि वर्ण ‘अकार’ के साथ बोले और लिखे जाते हैं
  • (उपसर्ग के रूप में प्रयुक्त ) हीन, रहित
  • बुरा, विपरीत, उलटा
  • भिन्न, अलग

अ के कुमाउँनी अर्थ

अव्यय

  • देवनागरी और संस्कृत कुटुंब की अन्य वर्णमालाओं का प्रथम अक्षर और स्वर वर्ण, इसको कंठ से उच्चारण किया जाता है, बिना इसकी सहायता से कोई क, ख, ग आदि वर्ण उच्चारण नहीं किया जा सकता, ये सभी 'अ' की अदृश्य मात्रा अथवा अकार सहित लिखे अथवा बोले जाते हैं

अ के गढ़वाली अर्थ

उपसर्ग

  • देवनागरी वर्णमाला का पहला अक्षर और पहला स्वर वर्ण

  • और विशेषण तत्सम शब्दों के पूर्व लगने वाला उपसर्ग जिसे लगाने से अर्थ उल्टा हो जाता है

संज्ञा, पुल्लिंग, उपसर्ग

  • दया अथवा करूणाजनक ध्वनि

Prefix

  • the first letter and the first vowel of the Devanagari alphabet.

  • a negative prefix put before consonants meaning 'absence of', equivalent to dis', ‘im', 'in', 'non', 'un'etc.

Noun, Masculine, Prefix

  • a sound expressing pity.

अ के बुंदेली अर्थ

  • हिंदी वर्णमाला देवनागरी लिपि का आद्य वर्ण, ओनम का पहला अक्षर, देखिए : 'ओनम'
  • बुंदेली में वर्णमाला को ओनम कहते हैं, इसका उच्चारण कंठ से होता है, यह कंठ्य वर्ण है, व्यंजनों का उच्चारण इस अक्षर की सहायता के बिना नहीं हो सकता इसीलिए वर्ण माला में क, ख, ग आदि वर्ण अकार संयुक्त लिखे और बोले जाते हैं
  • एक अव्यय जो व्यंजन से प्रारंभ होने वाले शब्द के पहले उपसर्ग की तरह आकर नकार, अभाव, वैपरीत्य आदि का अर्थ देता है

    उदाहरण
    . जैसे— अंजान, अकारथ, अकाज, अकाल आदि।

  • कहीं- कहीं यह बुंदेली में हिंदी की तरह ही अतिशयता या आधिक्य का बोध भी कराता है

    उदाहरण
    . जैसे— अलोप, अघोर, अमोल, अतोल आदि।

अ के मैथिली अर्थ

अव्यय

  • वर्णमाला का पहला अक्षर

  • अभाव, वैपरान्य, अनौचित्य आदिक द्योतक जैसे— अबोध, अधर्म, अकाज

Inexhaustible

  • first letter of alphabet.

  • Denotes absence, contrast, impropriety etc.

अ के मालवी अर्थ

  • वर्णमाला का प्रथम अक्षर

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा