aakhat meaning in bagheli
आखत के बघेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अक्षत, शिशु जन्म के समय आशीषयुक्त अन्नांश
आखत के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
अक्षत
उदाहरण
. सेवा सुमिरन सूजिबो पात आखत थोरे। -
चंदन या केसर में रँगा हुआ चावल जो मूर्ति के मस्तक पर स्थापना के समय और दूल्हा-दुलहिन के माथे पर विवाह के समय लगाया जाता है
उदाहरण
. विवाह के समय आखत को वर-वधू के माथे पर लगाया जाता है। -
वह अन्न जो गृहस्थ लोग नेग, प्रजा को विवाहादि अवसरों पर किसी विशेष कृत्य के उपलक्ष्य में देते हैं
उदाहरण
. नाई आखत से संतुष्ट नहीं था। -
मांगलिक अवसरों पर पूजा आदि के काम में आनेवला वह कच्चा चावल जो प्रायः दही, रोली, चंदन, केसर आदि में रंगा हुआ होता है
उदाहरण
. विवाह के समय आखत को वर वधू के माथे पर लगाया जाता है । -
शुभ अवसरों पर नाइयों, भाटों, बाजेवालों आदि को दिया जानेवाला निमंत्रण और बिदाई
उदाहरण
. नाई आखत से संतुष्ट नहीं था । -
शुभ अवसरों पर ब्राह्मणों को दिया जानेवाला निमंत्रण जिसमें प्रायः आखत से उन्हें तिलक लगाया जाता है
उदाहरण
. पिताजी आखत के लिए पंडितजी के घर गए थे । - कच्चा, अखंड चावल जो देवताओं पर चढ़ाया जाता है या मंगल कार्यों में उपयोग होता है
आखत के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- विवाहादि गुण, शुभ कार्य के समय परिजनों को दिया जाने वाला अन्न, अक्षत
आखत के अवधी अर्थ
संज्ञा
- अन्न जो नाई, कहार आदि को दिया जाता है; सं० अक्षत= न टूटा हुआ, जैसे जौ, धान आदि
आखत के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अक्षत. 1. मांगलिक अवसरों पर पूजा आदि के काम आने वाला कच्चा चावल जिसमें प्रायः गीली रोली और दही मिला रहता है. 2. होली के अवसर पर गेहूँ और जौ की बालियों को भूनकर होलिका में उन दानों को समूहिक रूप से डालते हैं
आखत के कुमाउँनी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- दे० आँखत, क्षेपक, इष्टलग्न आदि कुण्डली में अंकित करने के लिए रक्खा गया, संकेतक (नेपाली)
आखत के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
-
अक्षत, बिना टूटे चावल जो कि पूजा में काम आते हैं ,
उदाहरण
. भाल लाल बेंदी, ललन आखत रहे बिराजि । - वह अनाज जो किसी नेगी को कोई बाइने की वस्तु लाने पर नेग के रूप में दिया जाता है
आखत के तुकांत शब्द
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