abhanjan meaning in braj
अभंजन के ब्रज अर्थ
विशेषण
- [अभंजन]
- जिसका भंजन न हो सके जैसे-तरल या द्रव पदार्थ
- अटूट , अखण्ड , अभई क्रि०वि० दे० 'अब'
अभंजन के हिंदी अर्थ
विशेषण
- जिसका भंजनन हो सके, जो विभक्त न हो, अटूट, अखंड
- जो विभक्त न हो
- जिसे तोड़ा-फोड़ा न जा सके; अखंड; अटूट
- जिसका भंजन न हो सके
संज्ञा, पुल्लिंग
- ऐसा द्रव या पदार्थ जो तरल अवस्था में हो जिनके टुकड़े नहीं हो सकते
- ऐसा पदार्थ जो तरल अवस्था में हो
अभंजन के तुकांत शब्द
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