aghormaarg meaning in braj
अघोरमार्ग के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अघोरियों के साधना का मार्ग
अघोरमार्ग के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
अघोर मतावलंबियों की साधना का ढंग, अघोरियों का साधन मार्ग
विशेष
. अघोरमार्ग में शिव की अघोरीश्वर रूप में उपासना होती है। श्मशानसाधन, शवसाधन, मंत्रसाधन, पंचमकार सेवन, चितभस्म और रुद्राक्षधारण आदि इस मार्ग में विहित है। तांत्रिक वीराचारियों से इनके आचार-विचार मिलते है।उदाहरण
. सारूप्य मुक्ति सो तब पावै, अघोरमार्ग को जो कोई ध्यावै।
अघोरमार्ग के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा