agnikul meaning in braj
अग्निकुल के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- क्षत्रियों का एक कुल या वंश विशेष
अग्निकुल के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
क्षत्रियों का एक कुल या वंश-विशेष
विशेष
. ऐसी कथा है कि ऋषियों के तप में जब दैत्य विघ्न डालने लगे तब उन्होंने वशिष्ठ की अध्यक्षता में आबू पर्वत पर एक यज्ञ किया। उस यज्ञकुंड से एक-एक करके चार पुरुष उत्पन्न हुए जिनसे चार वंश चले अर्थात् प्रमार, परिहार, चालुक्य या सोलंकी और चौहान। इन चार क्षत्रियों का कुल अग्निकुल कहलाता है।
अग्निकुल के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा