अकह

अकह के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अकह के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • जो कही न जा सके , अकथनीय , अवर्णनीय

    उदाहरण
    . सहज रूप गुन आगर नागर वैभव अकह -रहीम

  • न कहने योग्य , मुंह पर न लाने योग्य अनुचित , बुरी

    उदाहरण
    . सील सुधा वसुधा लहिक, अकहै कहिक यह जीभ बिगारिये। दे

अकह के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • न कहने योग्य, जो कही न जा सके, अकथनीय, अनिर्वचनीय, अवर्णनीय

    उदाहरण
    . नहीं ब्रह्म, नहिं जीव न माया ज्यों का त्यों वह जाना। मन, बुधि, गुन, इंद्रिय, नहिं जाना अलख अकह निर्वाना।

  • मुँह पर न लाने योग्य, बुरी, अनुचित

    उदाहरण
    . शील सुधा वसुधा लहिकै अकहै कहिकै यह जीभ बिगारिए।

अकह के बुंदेली अर्थ

क्रिया

  • बिना कहे हुए

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