akshayavaT meaning in hindi

अक्षयवट

  • स्रोत - संस्कृत

अक्षयवट के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पुराणानुसार वह बरगद का पेड़ जो प्रलय वाली बाढ़ के बाद भी बचा रहता है और जिसके एक-एक पत्ते पर ईश्वर छोटे से बालक के रूप में बैठकर सृष्टि का उलट-फेर देखते रहते हैं, प्रयाग और गया में स्थित वट वृक्ष

    विशेष
    . यह अक्षय इसलिए कहलाता है कि पौराणिक लोग इसका नाश प्रलय में भी नहीं मानते। प्रयाग का वट वृक्ष अकबर के क़िले की चारदीवारी से पंद्रद फुट की दूरी पर है। पिंडदान की नगरी गया के पास माढ़नपुर स्थित वट वृक्ष के बारे में कहा जाता है कि इसे खुद भगवान ब्रह्मा ने स्वर्ग से लाकर रोपा था।

    उदाहरण
    . सु अखैबट बीज लौँ फैलि परयो बनमाली कहाँ धौं समोय चले। . संगम सिंघासन सुठि सुहा। छत्र अखयबट मुनि मन मोहा।

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