अम्मर

अम्मर के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अम्मर के मालवी अर्थ

विशेषण

  • अमर, जो मरता नहीं (भगवान तमारो जोडो अम्मर करेगा मो. वे. 52)

अम्मर के हिंदी अर्थ

अंमर, अँमर

संज्ञा, पुल्लिंग

  • आकाश, नभ

    उदाहरण
    . दाहिने अतर और अँमर तमोर लीन्हें । सामुहे लपेटे लाज भोजन के थार गहें। . चालुक्क राह चालंत दल अंमर घुंमर घुमर वर ।

  • देवता

    उदाहरण
    . संभारि सौं लग्गे समर अंमर कौतिग एव ।

  • अमृत

विशेषण

  • देखिए : 'अमर'

    उदाहरण
    . भला है अस्थान अम्मर जेति है परगास।

अम्मर के कन्नौजी अर्थ

  • देखिए : अमर

अम्मर के ब्रज अर्थ

अंमर

पुल्लिंग

  • 'अम्बर' , आकाश

    उदाहरण
    . जिनके न ऊपर प्रबाह होत कमर तें अंमर की अमरतरंगिनि के जल के ।

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