अनरितु

अनरितु के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

अनरितु के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • प्राकृतिक कारणों से वातावरण का ऐसा विपर्याय जिसमें किसी ऋतु में किसी दूसरी ऋतु की स्थिति का भान हो, जैसे— जाड़े में बहुत पानी बरसना या गरमी में अधिक सरदी पड़ना

विशेषण

  • जो अपनी उपर्युक्त ऋतु में न होकर उससे पहले या पीछे हो

अनरितु के हिंदी अर्थ

अनऋतु, अनरित, अनरिति

संज्ञा, पुल्लिंग

  • विरूद्ध ऋतु, अनुपयुक्त ऋतु, बेमौसम, अकाल, असमय

    उदाहरण
    . अनरिति फल काहु करन, किहि कर अनरित फुल। दिव्य वस्त्र काहु करन नामा बरन अमूल। . सब तरु फरे राम हित लागी। ऋतु अनऋतुहि काल गति त्यागी। . चातक की रट नेह सदा, वह ऋतु अनृऋतु नहि हारत।

  • ऋतु विपर्यय, ऋतु के विरूद्ध कार्य

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