anero meaning in braj
अनेरो के ब्रज अर्थ
अनेरौ
क्रिया-विशेषण, विशेषण
- [स्त्री० अनेरी]
 - 
                                                                        झूठ ,  व्यर्थ ,  निष्प्रयोजन
                                                                                
उदाहरण
. रे रे चपल, बिरूप, ढीठ, तू बोलत बचन - 
                                                                        झूठा ,  अन्यायी ,  दुष्ट ,  निकम्मा
                                                                                
उदाहरण
. अब लौं मैं करी कानि, सही दूध दही की हानि, अजहूँ जिय जानि मानि, कान्ह है अनेरौ। - स्वच्छंद , निरकुंश
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                                                                        विलक्षण
                                                                                
उदाहरण
. रूप-छकी, तितही विथकी, अब ऐसी अनेरी पत्याति न नेरी । - 
                                                                        दूर ,  असमीपस्थ ,  जो निकट न हो
                                                                                
उदाहरण
. प्रीतम अनेरे मेरे घूमत घनेरे प्रान । - व्यर्थ , झूठ-मूठ , निष्प्रयोजन
 
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